76 वर्षों बाद 1 करोड़ के पार हुई इजरायल की आबादी
इज़राइल की जनसंख्या पहली बार 1 करोड़ (10.1 मिलियन) के आंकड़े को पार कर गई है। यह उपलब्धि देश की स्थापना के 76 वर्षों बाद हासिल हुई है।

1948 के बाद से 12 गुना बढ़ गई आबादी
इज़राइल की जनसंख्या पहली बार 1 करोड़ (10.1 मिलियन) के आंकड़े को पार कर गई है। यह उपलब्धि देश की स्थापना के 76 वर्षों बाद हासिल हुई है। 1948 में स्वतंत्रता प्राप्ति के समय इज़राइल की आबादी करीब 8.06 लाख थी, और अब यह संख्या 12 गुना बढ़ चुकी है। जनसांख्यिकी और सांख्यिकी विभाग के हालिया आंकड़ों के अनुसार, पिछले एक वर्ष में इज़राइल की आबादी में 1.35 लाख (1.4%) की वृद्धि दर्ज की गई।
जनसंख्या संरचना:
यहूदी समुदाय: लगभग 77.6% (करीब 78.3 लाख)
अरब और अन्य अल्पसंख्यक (मुस्लिम, ईसाई आदि): लगभग 20% (करीब 21 लाख)
अन्य/गैर-श्रेणीय नागरिक: लगभग 2.5% (करीब 2.5 लाख), जिनमें विदेशी श्रमिक, छात्र और अवैध प्रवासी शामिल हैं
बीते एक वर्ष में जनसंख्या परिवर्तन:
नवजात शिशु: 1,74,000
प्रवासी (इमिग्रेशन): 28,000 लोग अन्य देशों से आकर इज़राइल में बसे
मृत्यु: 50,000
सामाजिक संकेत:
युवा आबादी (18 वर्ष से कम): 27%
वरिष्ठ नागरिक (65 वर्ष से अधिक): 13%
यह आंकड़े इज़राइल के लिए सकारात्मक संकेत हैं, विशेष रूप से यह देखते हुए कि देश की जनसंख्या कम होते हुए भी स्थिर रूप से बढ़ रही है। यहूदी राष्ट्र के लिए यह भी राहत की बात है कि विदेशों में जाकर बसने वाले इज़रायलियों की संख्या में निरंतर गिरावट दर्ज की जा रही है, वर्तमान में यह आंकड़ा सिर्फ 56,000 है।
इतिहास की दृष्टि से देखें तो 1948 से अब तक करीब 35 लाख प्रवासी यहूदी इज़राइल में आकर बस चुके हैं, जिनमें से अधिकतर 1990 के बाद आए, खासकर सोवियत संघ के विघटन के बाद, जब पूर्व सोवियत देशों के यहूदियों को इज़राइल आने की अनुमति दी गई।