Friendship Day 2025 : जानिए किस दिन मनाया जाएगा फ्रेंडशिप डे, क्या है इतिहास और कैसे करे सच्चे दोस्त की पहचान
हर साल एक ऐसे दिन जरूर आता है जो दोस्ती को सेलिब्रेट करता है। ऐसे में इस बार यह दिन अगस्त महीने की 3 तारीख को आ रहा है। इस बार यह दिन रविवार को आ रहा है।

हर साल एक ऐसे दिन जरूर आता है जो दोस्ती को सेलिब्रेट करता है। ऐसे में इस बार यह दिन अगस्त महीने की 3 तारीख को आ रहा है। इस बार यह दिन रविवार को आ रहा है। जो की इसे और खास बना देता है क्योंकि इस दिन वीकेंड है और इस दिन लोग फ्री होक एन्जॉय करते है।
तीन तारीख का दिन इसलिए भी खास है क्योंकि यह दिन उन दोस्तों को सेलिब्रेट करता है जिसने आपकी जिंदगी में एक खास योगदान किया है। वह दोस्त जो आपके लिए बहुत खास है, आपके दिल के करीब है और आपकी खुशी के पीछे की वजह है।
एक अच्छे दोस्त की पहचान
ऐसा कहा जाता है कि एक अच्छा दोस्त वह होता है जो हर मुश्किल समय में आपके साथ हो। एक ऐसा इंसान जो आपको बिना जज करे आपकी बाते सुने और आपको बता सखे की आप सही रस्ते पर हो या गलत।
दोस्ती एक ऐसा रिश्ता होता है जिसमे न ही कोई शर्ते होती है इसमें होता है तो बस ट्रस्ट और लॉयल्टी। यह दिन दोस्तों के साथ पुरानी यादें ताजा करने और नई यादें बनाने का है। ऐसे में क्या आप जानते है कि इस दिन का इतिहास क्या है ? इसका महत्व क्या है ? आइये जानते है इन सब के बारे में।
फ्रेंडशिप डे का इतिहास
फ्रेंड्शिप डे मानाने का विचार सबसे पहले साल 1930 में आया था। ग्रीटिंग कार्ड्स बनाने वाली कंपनी हॉलमार्क ने फ्रेंड्शिप डे मानाने की शुरुआत की थी। इस उद्देश्य यह थी कि लोग अपने दोस्तों को कार्ड्स भेजकर अपने दिल की बात कर सकें। ऐसे ही धीरे धीरे यह दिन लोगों के लिए एक खास दिन बन गया।
भारत में फ्रेंडशिप डे की तारीख इंटरनेशनल फ्रेंडशिप डे से अलग है। भारत में फ्रेंडशिप डे का दिन अगस्त महीने के पहले संडे को मनाया जाता है और इसके पीछे कोई विशेष इतिहास नहीं है।
लेकिन फ्रेंड्शिप डे का एक फॉर्मल प्रपोजल साल 1958 में पराग्वे में दिया गया था। दशकों बाद, 2011 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने औपचारिक रूप से 30 जुलाई को इंटरनेशनल फ्रेंडशिप डे के तौर पर घोषित किया। जिसके बाद वे एक परंपरा की तरह कई देशों में फैल गया।