रीवा की आयुषी वर्मा बनीं भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट, CDS परीक्षा में हासिल की 24वीं रैंक
आयुषी वर्मा ने यूपीएससी की सीडीएस परीक्षा में पूरे देश में 24वीं रैंक हासिल कर जिले और राज्य का नाम रोशन किया है।

किसी दीवार पर लगा पोस्टर क्या किसी को इतना प्रेरित कर सकता है कि सालों बाद भी वो पोस्टर आंखों में एक सपने की तरह कैद हो जाए। ऐसा ही हुआ है रीवा की बेटी आयुषी वर्मा के साथ। जिसने सालों पहले सेना में जाने का सपना देखा है और आज वह भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद के लिए चयनित हुई हैं। इस सफलता ने न सिर्फ आयुषी के परिवार को गौरवांवित किया है, बल्कि पूरा मध्यप्रदेश आज गौरवांवित महसूस कर रहा है। आयुषी वर्मा ने यूपीएससी की सीडीएस परीक्षा में पूरे देश में 24वीं रैंक हासिल कर जिले और राज्य का नाम रोशन किया है। रिटेन परीक्षा देने के बाद आयुषी ने पांच इंटरव्यू दिए और हर स्तर पर सफलता हासिल कर यह मुकाम हासिल किया है।
पोस्टर ने जगाई प्रेरणा
आयुषी ने बताया कि उन्होंने सेना में जाने का सपना तब देखा जब स्कूल के दिनों में उन्होंने रीवा की ही अवनी चतुर्वेदी के वायुसेना में चयन के पोस्टर और होर्डिंग्स देखे। तभी से उन्होंने तय कर लिया था कि वे भी देश की सेवा करेंगी।
इंजीनियरिंग के साथ शुरू की थी तैयारी
रीवा से स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद आयुषी ने इंदौर में इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने CDS परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी। उन्होंने अधिकतर समय पढ़ाई में ही बिताया और मेहनत से अपने लक्ष्य को हासिल किया।
साधारण परिवार, असाधारण उपलब्धि
आयुषी के पिता रमेश वर्मा एक स्कूल में सपोर्ट टीचर हैं, जबकि मां ममता वर्मा गृहणी हैं। पिता ने बताया कि आयुषी बचपन से ही पढ़ाई में होशियार थी और साथ ही जूडो-कराटे में भी पारंगत है। उसकी मेहनत और लगन ने आज पूरे परिवार को गर्वित कर दिया है।
मां ममता वर्मा ने भावुक होते हुए कहा कि उनका बेटा भी सेना में जाना चाहता था और उसने CDS परीक्षा पास भी की थी, लेकिन मेडिकल कारणों से चयन नहीं हो पाया। आज बेटी ने पूरे परिवार का सपना पूरा कर दिखाया।