बैंक डकैती का मास्टरमाइंड बिहार से गिरफ्तार, तीन किलो सोना बरामद

खितौला थाना क्षेत्र में स्थित इसाफ स्मॉल फाइनेंस बैंक में हुई बड़ी डकैती के मास्टरमाइंड को पुलिस ने उसके एक साथी के साथ बिहार के गया जिले से गिरफ्तार कर लिया है।

Sep 1, 2025 - 16:59
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बैंक डकैती का मास्टरमाइंड बिहार से गिरफ्तार, तीन किलो सोना बरामद
Mastermind of bank robbery arrested from Bihar three kg gold recovered

खितौला थाना क्षेत्र में स्थित इसाफ स्मॉल फाइनेंस बैंक में हुई बड़ी डकैती के मास्टरमाइंड को पुलिस ने उसके एक साथी के साथ बिहार के गया जिले से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी आकाश दास, जो इससे पहले रायगढ़ जेल से दो महीने पहले ही रिहा हुआ था, देश के कई जिलों में दर्जनों बैंक डकैतियों को अंजाम दे चुका है। पुलिस ने उसके पास से तीन किलो सोना बरामद किया है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।

गया का रहने वाला है मुख्य आरोपी

जबलपुर एसपी संपत उपाध्याय ने जानकारी दी कि गिरफ्तार आरोपी का असली नाम राजेश दास उर्फ आकाश दास है, जो गया (बिहार) का निवासी है। पूछताछ में उसने बताया कि डकैती में लूटा गया शेष सोना उसके साथियों में बांट दिया गया है।

2011 से सक्रिय है अपराध की दुनिया में

आकाश दास एक कुख्यात अपराधी है जो 2011 से लेकर 2025 तक सासाराम, जमुई, पुरुलिया और रायगढ़ सहित कई जिलों में बैंक डकैती की वारदातों में शामिल रहा है। वह 18 जून को रायगढ़ जेल से रिहा हुआ था और कुछ ही हफ्तों बाद उसने खितौला में फिर से डकैती की साजिश रच डाली।

बिहार पुलिस की मदद से पकड़ाया गैंग

पुलिस ने गैंग के एक अन्य सदस्य इंद्रजीत दास उर्फ सागर दास से पूछताछ की, जिससे मास्टरमाइंड के ठिकाने की जानकारी मिली। बिहार के डोभी क्षेत्र में छिपे आरोपी को स्थानीय पुलिस की मदद से दबोचा गया। पुलिस अन्य फरार आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।

11 अगस्त को हुई थी बड़ी लूट

यह डकैती 11 अगस्त को सुबह 8:50 बजे हुई थी, जब तीन युवक हेलमेट पहनकर बैंक में घुसे और महज 20 मिनट में करीब 15 किलो सोना और 5 लाख रुपये लूटकर फरार हो गए। उस समय बैंक में सिर्फ चार कर्मचारी मौजूद थे। पुलिस ने अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें तीन स्थानीय और एक दमोह निवासी है।

जेल में रची गई थी साजिश

जांच में सामने आया कि पाटन निवासी रईस, जो रायगढ़ जेल में मादक पदार्थ तस्करी के मामले में बंद था, वहीं बिहार गैंग के संपर्क में आया। जेल में ही इस डकैती की योजना बनाई गई थी।

बाइक और ट्रेन टिकट भी प्लान का हिस्सा

रईस ने अपने साथी हेमराज के नाम पर एक नई बाइक फाइनेंस करवाई, जिसका इस्तेमाल वारदात में किया गया। डकैती के बाद आरोपी इंद्राना इलाके में रुके, जहां से रईस और हेमराज ने उन्हें दमोह तक सुरक्षित पहुंचाया। दमोह में विकास चक्रवर्ती ने उनके खाने की व्यवस्था की और कोलकाता एक्सप्रेस से झारखंड तक जाने के लिए ट्रेन टिकट भी दिलवाया।