ईरान-इजरायल के बीच शांति से शेयर मार्केट में आई तेजी
इस समय शेयर बाजार में मजबूती देखी जा रही है। सेंसेक्स वॉल स्ट्रीट के रिकॉर्ड स्तर के नजदीक पहुंच गया है।

इस समय शेयर बाजार में मजबूती देखी जा रही है। सेंसेक्स वॉल स्ट्रीट के रिकॉर्ड स्तर के नजदीक पहुंच गया है। घरेलू अर्थव्यवस्था की मजबूती के चलते सेंसेक्स गुरुवार को 1000 अंक यानी 1.2% चढ़कर 83,756 पर बंद हुआ। यह सितंबर में बने अपने सर्वोच्च स्तर 85,978 से केवल 3% नीचे है। वहीं निफ्टी भी 304 अंक (1.2%) की तेजी के साथ 25,549 पर बंद हुआ, जो कि अपने रिकॉर्ड स्तर से सिर्फ 2.8% या 728 अंक पीछे है। शुक्रवार को भी बाजार तेजी के साथ खुला।
पिछले दो हफ्तों में मिडिल ईस्ट में तनाव बढ़ने के कारण बाजार पर असर पड़ा था। इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष की आशंका थी। इसके बाद अमेरिका और इजरायल ने मिलकर ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया। अब हालात में सुधार के संकेत मिल रहे हैं, जिससे निवेशक फिर से शेयर खरीदने लगे हैं। डॉलर में कमजोरी और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट भी बाजार के लिए सकारात्मक संकेत हैं, क्योंकि कच्चा तेल भारत का सबसे बड़ा आयात है। इससे भी निवेश धारणा को बल मिला है।
बाजार में तेजी का एक प्रमुख कारण यह भी है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने महीने की शुरुआत में ब्याज दरों में 0.5% की कटौती की थी। इसके साथ ही महंगाई दर भी स्थिर बनी हुई है, जिससे निवेशकों का विश्वास बढ़ा है। विशेषज्ञों का मानना है कि इन कारकों ने बाजार की मौजूदा मजबूती में अहम भूमिका निभाई है।
गुरुवार को विदेशी निवेशकों ने जोरदार खरीदारी करते हुए 12,594 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। यह 20 सितंबर 2024 के बाद किसी एक दिन में सबसे बड़ी नेट इनफ्लो रही। बीएसई की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, घरेलू निवेशकों ने इस दौरान 195 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री की। बाजार में आई इस तेजी से निवेशकों की कुल संपत्ति में करीब 3.5 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ। बीएसई का कुल मार्केट कैपिटल अब बढ़कर 457.5 लाख करोड़ रुपये हो गया है।