जिंदगी में अकेलापन पड़ा भारी, कर ली आत्महत्या, लिया हीलियम का सहारा
प्रोफेशन से CA रहे धीरज कंसल महज 25 साल की उम्र की दुनिया को अलविदा कर गए।

प्रोफेशन से CA रहे धीरज कंसल महज 25 साल की उम्र की दुनिया को अलविदा कर गए। उनको जिंदगी में अकेलापन इतना भारी पढ़ गया की उन्होंने अपनी जिंदगी लेना ज्यादा सही समझा। एक पॉश इलाके में गेस्ट हाउस में ठहरे धीरज ने एक पाइप से अपने शरीर में हीलियम गैस डाल आत्महत्या कर दी।
वे कमरे में पाइप को मुंह में डाले हुए बिस्तर पर पड़े थे। धीरज का मामला राजधानी में इस प्रकार की खुदखुशी करने वाला पहला मामला है।
पोस्टमार्टम के लिया भेजा गया शव -
धीरज हरियाणा के रहने वाले थे। वे महिपालपुर में पीजी में रहते थे। उसने 28 जुलाई तक के लिए 1 BHK लिया था। गेस्ट हाउस के मालिक ने बताया कि धीरज को सोमवार को कमरा खली करना था।
घटना की जानकारी जब पुलिस को दी गई तो वे मौके पर पहुंची। पुलिस जब दरवाजा तोड़कर कमरे के अंदर पहुंची तो देखा बिस्तर पर पीठ के बल धीरज का शव पड़ा था। पुलिस ने सिलिंडर व पाइप के साथ शव को पोस्टमार्टम के लिए लेडी हार्डिंग अस्पताल भेज दिया।
मौके से मिला सुसाइड नोट-
पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। जिसमें धीरज ने लिखा था,प्लीज मेरी मौत पर दुखी मत होना। मेरे लिए मौत मेरे जीवन का सबसे खूबसूरत हिस्सा है। आत्महत्या करना बुरा नहीं है क्योंकि मुझ पर किसी की जिम्मेदारी नहीं थी और मैं किसी से बहुत जुड़ा हुआ नहीं था न ही कोई मुझसे था। मेरी वजह से कोई अवसाद में नहीं जाएगा।
धीरज ने मास्क पहना हुआ था, जो पतले नीली पाइप से वाॅल्व व मीटर वाले सिलिंडर से जुड़ा था। चेहरे पर पतली पारदर्शी प्लास्टिक लिपटी हुई थी और गर्दन पर सील थी।
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मरने से पहले लिखा था नोट- मैं चला जाऊंगा, किसी को दोषी नहीं ठहराया जाए
पुलिस ने धीरज के दाहिने हाथ के नीचे से पुलिस ने अंग्रेजी में लिखा एक सुसाइड नोट बरामद किया।जिसमें लिखा था, यदि आपको मेरी पोस्ट (फेसबुक पोस्ट) नहीं मिलती है तो यह नोट लिख रहा हूं। ऐसा न हो फेसबुक पर पोस्ट कोई डिलीट कर दे। मैं चला जाऊंगा और इसके लिए किसी को दोषी नहीं ठहराया जाए।
हीलियम से बिना तड़पे होती है मौत-
पुलिस के मुताबिक आत्महत्या के एक तरीके में से एक है हीलियम से मौत होना। ये खुदकुशी करने का बहुत ही घातक तरीका है। हीलियम एक निष्क्रिय गैस है। यह फेफड़ों में ऑक्सीजन को समाप्त कर देती है, जिससे बिना किसी संघर्ष या आघात के दम घुटने लगता है।
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