संस्कारधानी जबलपुर में सावन का महीना धूम-धाम से मनाया जा रहा है। जबलपुर में धार्मिक आस्था का हर बार एक अलग ही नजारा देखने मिलता है। ऐसे में सावन के दूसरे सोमवार के मौके पर शहर में संस्कार कांवड़ यात्रा का आयोजन किया गया। इस यात्रा में हजारों की संख्या में शिवभक्तों ने भाग लिया।
35 किलोमीटर लंबी यात्रा
कांवड़ यात्रा की शुरुआत गौरीघाट से हुई जहां श्रद्धालुओं ने मां नर्मदा का पूजन कर नर्मदा जल संग्रहित किया। जल के साथ-साथ हर श्रद्धालु एक-एक पौधा लेकर यात्रा में शामिल हुआ। श्रद्धालुओं के इस कदम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया गया।
यह यात्रा लगभग 35 किलोमीटर लंबी रही और इसका समापन कैलाशधाम में हुआ। पूरे रास्ते भर बम-बम भोले की आवाज सुनाई दी।
भव्य स्वागत और सेवा
यात्रा के रास्ते में लोगों ने जगह-जगह भक्तों का फूलों से स्वागत किया, ठंडा पानी, प्रसाद और अन्य सुविधाएं दीं। कई जगह भजन-संध्या और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित हुए, जिससे वातावरण भक्ति-भाव से भर गया।
मौके पर मौजूद रहे खास लोग
इस यात्रा में दादा गुरु श्री भैया जी सरकार, आयोजक शिव यादव, नीलेश रावल, मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, विधायक अभिलाष पांडे, अशोक रोहाणी, लखन घनघोरिया, महापौर जगत बहादुर सिंह (अन्नू भैया) और कई अन्य श्रद्धालु शामिल हुए।
कैलाशधाम पर हुआ समापन
यात्रा के अंतिम पड़ाव कैलाशधाम था। यहां श्रद्धालुओं ने भगवान शिव का नर्मदा जल से अभिषेक किया और सुख-शांति, समृद्धि की कामना की। कैलाशधाम पर रुद्राभिषेक, झांकी, और भजन-कीर्तन का भी आयोजन किया गया जिसमें भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
जबलपुर की पहचान है कांवड़ यात्रा
संस्कार कांवड़ यात्रा जबलपुर की एक विशेष पहचान बन चुकी है। हर साल इसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जाती है। इस बार की यात्रा में महिलाएं, युवा और बुजुर्ग सभी शामिल हुए। आयोजकों ने यात्रा को सुरक्षित, साफ-सुथरे और व्यवस्थित तरीके से संपन्न किया।
श्रद्धालुओं का सम्मान और स्वागत
लॉर्डगंज थाना क्षेत्र में पार्षद सोनिया रंजीत सिंह, प्रतिभा विध्येश भापकर, जगदीश साहू, मनोज नारंग, राजेन्द्र व्यौहार आदि कई सामाजिक और धार्मिक संगठनों ने श्रद्धालुओं का फूलों, जलपान कराया, और भोलेनाथ को बिल्व पत्र अर्पित किया।