पूर्व बीजेपी विधायक केपी त्रिपाठी ने महिला सीएसपी से की गई अभद्रता पर मांगी माफी, कांग्रेस ने बताया 'डैमेज कंट्रोल'

पूर्व भाजपा विधायक केपी त्रिपाठी ने चोरहटा थाने में महिला सीएसपी रितु उपाध्याय को "असंवेदनशील औरत" कहने के बाद सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है।

Jul 28, 2025 - 15:47
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पूर्व बीजेपी विधायक केपी त्रिपाठी ने महिला सीएसपी से की गई अभद्रता पर मांगी माफी, कांग्रेस ने बताया 'डैमेज कंट्रोल'
Former BJP MLA KP Tripathi apologized for misbehaving with female CSP Congress called it damage control

पूर्व भाजपा विधायक केपी त्रिपाठी ने चोरहटा थाने में महिला सीएसपी रितु उपाध्याय को "असंवेदनशील औरत" कहने के बाद सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है। रविवार को एक वीडियो जारी कर उन्होंने कहा कि उन्होंने गुस्से में आकर अनुचित शब्दों का इस्तेमाल किया, जिसके लिए उन्हें खेद है। शुक्रवार को थाने में कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा के खिलाफ एफआईआर की मांग को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान यह विवाद हुआ था।

वीडियो वायरल होने के बाद मांगी माफी

त्रिपाठी ने थाने में सीएसपी से तीखी बहस की थी और अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया था। उन्होंने सीएसपी को "मूर्ख बना रही हो" और "इसे मेरी नजरों से हटाओ" जैसे शब्द कहे थे। यह पूरा घटनाक्रम कैमरे में कैद हो गया और वीडियो वायरल होने के बाद त्रिपाठी को आलोचना का सामना करना पड़ा। इसके बाद उन्होंने सफाई देते हुए सीएसपी को "छोटी बहन" बताते हुए खेद प्रकट किया।

कांग्रेस ने जताया एतराज, कहा- दिखावटी माफी

कांग्रेस ने इस पूरे घटनाक्रम को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह माफी केवल राजनीतिक दबाव में की गई "डैमेज कंट्रोल" की कोशिश है। पार्टी का कहना है कि एक महिला अधिकारी के सम्मान के साथ खिलवाड़ किसी भी सूरत में माफ नहीं किया जा सकता। कांग्रेस का दावा है कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की नाराजगी के बाद त्रिपाठी को माफी मांगनी पड़ी।

क्या था पूरा मामला

25 जुलाई की रात पूर्व विधायक केपी त्रिपाठी अपने समर्थकों के साथ चोरहटा थाने पहुंचे थे। वे कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग कर रहे थे। इसी दौरान वहां तैनात सीएसपी रितु उपाध्याय से तीखी बहस हो गई। बहस के दौरान त्रिपाठी ने आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया, जिस पर सीएसपी ने उन्हें अनुशासन में रहने की सलाह दी। इसके बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई और समर्थक पुलिस पर हावी होने लगे। थाना प्रभारी आशीष मिश्रा को हालात शांत कराने के लिए हस्तक्षेप करना पड़ा और वे समर्थकों से हाथ जोड़कर शांत रहने की अपील करते नजर आए।

क्या है विवाद 

पूरा मामला उस वक्त शुरू हुआ जब एक युवक अभिषेक तिवारी ने कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा पर गंभीर आरोप लगाए। अभिषेक का कहना था कि वह पैसे मांगने विधायक के फार्महाउस गया था, जहां उसे बुरी तरह पीटा गया और थर्ड डिग्री टॉर्चर किया गया। युवक ने आरोप लगाया कि चोरहटा थाने में जब वह शिकायत दर्ज कराने पहुंचा तो पुलिस ने न सिर्फ रिपोर्ट दर्ज करने से मना किया, बल्कि विधायक को जानकारी भी दे दी।

पूर्व विधायक की बयानबाजी और महिला अफसर से बदसलूकी के इस मामले ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है। जहां भाजपा ने फिलहाल कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है, वहीं कांग्रेस इस मुद्दे को महिला सम्मान से जोड़कर भाजपा को घेरने की कोशिश कर रही है। मामला अभी जांच और राजनीतिक प्रतिक्रिया के दौर में है।