युद्ध विराम के बाद ईरान का रौद्र रूप- जासूसी के आरोप में 3 को दी फांसी, 700 को किया गिरफ्तार 

इजरायल और ईरान के बीच 12 दिनों तक चले युद्ध के बाद अब सीजफायर का एलान हो चूका है। ऐसे में ईरान अब उन लोगों को ढूंढ सजा दे रहा है जो की इजरायल के लिए जासूसी कर रहे थे।

Jun 25, 2025 - 15:02
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युद्ध विराम के बाद ईरान का रौद्र रूप- जासूसी के आरोप में 3 को दी फांसी, 700 को किया गिरफ्तार 
Iran's fierce form after ceasefire - 3 hanged on charges of espionage, 700 arrested

इजरायल और ईरान के बीच 12 दिनों तक चले युद्ध के बाद अब सीजफायर का एलान हो चुका है। ऐसे में ईरान अब उन लोगों को ढूंढ कर सजा दे रहा है जो की इजरायल के लिए जासूसी कर रहे थे। इसी के चलते ईरान ने आज जासूसी के आरोप में तीन लोगों को फांसी की सजा दे दी है जबकि करीब 700 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। 

इजरायल द्वारा ईरान पर किए गए इस सैन्य हमले में एक असाधारण खुफिया अभियान भी शामिल था। जिसमें उच्च पदस्थ सैन्य अधिकारियों और कई महत्वपूर्ण परमाणु वैज्ञानिकों को निशाना बनाकर उनकी हत्या कर दी गई। इस बीच ईरानी सरकार द्वारा पहले की गई सामूहिक गिरफ्तारियों पर मानवाधिकार संगठनों ने उचित कानूनी प्रक्रिया के अभाव को लेकर आलोचना की है।

ईरान ने 3 लोगों को दी फांसी-

इजरायल के साथ सीजफायर का एलान होने के अगले ही दिन ईरान ने एलान किया की उसने तीन लोगों को देश के लिए जासूसी करने के आरोप में फांसी दे दी है। जिन तीन लोगों को फांसी दी गई है उनके नाम इदरीस अली, आज़ाद शोजई और रसूल अहमद रसूल है। इन तीनों को अदालत की ओर से मृत्युदंड की सजा सुनाई गई थी। जिसके बाद उन्हें तुर्किये सीमा के पास उर्मिया में फांसी दे दी गई। इससे पहले भी इसी सप्ताह ईरान ने कथित मोसाद एजेंटों को मौत की सजा दी थी।

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ईरानी परमाणु ठिकानों पर मिलकर किया हमला-

ईरान और इजरायल के बीच 12 दिनों तक चले इस युद्ध के दौरान इजरायल और अमेरिका ने मिलकर ईरान के  कई परमाणु ठिकानों पर हमले किए। इस हमले में कई शीर्ष सैन्य अधिकारी और वैज्ञानिक मारे गए। अमेरिका ने सीधे तौर पर तीन प्रमुख परमाणु स्थलों को निशाना बनाया। हालांकि ईरानी सरकार का कहना है कि इन हमलों के बावजूद उनका परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह से नष्ट नहीं हुआ।

ट्रंप ने खबर को बताया फर्जी- 

इस खबर को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने फर्जी बताया है और जोर देकर कहा कि न्यूक्लियर साइट्स पूरी तरह से नष्ट हो गई हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार 25 जून 2025 को 'truth social ' पर लिखा, फर्जी खबर, सीएनएन ने न्यूयॉर्क टाइम्स के साथ मिलकर इतिहास के सबसे सफल सैन्य हमलों में से एक को नीचा दिखाने की कोशिश की है।

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