इजरायल और ईरान के युद्ध के बीच हुई अमेरिका की एंट्री, जानिए किन हथियारों का हुआ इस्तेमाल
अब तक इजरायल और ईरान के बीच युद्ध चल रहा था लेकिन अचानक से अब एक और देश की इस युद्ध में एंट्री हो गई है।

अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर किया हमला
अब तक इजरायल और ईरान के बीच युद्ध चल रहा था लेकिन अचानक से अब एक और देश की इस युद्ध में एंट्री हो गई है। दोनों एक दूसरे पर मिसाइलें दाग रहे थे या फाइटर जेट्स या ड्रोन से हमले कर रहे थे। लेकिन इसी बीच अब अमेरिका की भी एंट्री हो चुकी है। अमेरिका ने ईरान के तीन अहम परमाणु ठिकानों पर बमबारी कर दी। जानकारी के अनुसार अमेरिका ने इस हमले के लिए बंकर बस्टर बम के साथ ही टॉमहॉक क्रूज मिसाइलों का भी इस्तेमाल किया।
अनुमति के बिना ट्रम्प ने उठाया कदम-
बता दें कि रविवार सुबह अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हमला कर दिया। जिसके बाद उसने यह चेतावनी भी दी कि अगर उसने जवाबी कार्रवाई की तो उसके खिलाफ और अधिक हमले किए जा सकते हैं। ट्रंप ने अमेरिकी संसद की अनुमति के बिना यह कार्रवाई की है। इस हमले से अभी तक कितना नुकसान हुआ है इसका पता नहीं चल पाया है। यह हमला ऐसे समय में किया गया जब इजरायल और ईरान के बीच पिछले 9 दिनों से जंग जारी है।
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जानिए हमले के दौरान किन बमों का हुआ इस्तेमाल-
परमाणु ठिकाने पर गिराए गए एक दर्जन बंकर बस्टर बम-
एक अमेरिकी अधिकारी के अनुसार अमेरिका ने ईरान के फोर्डो स्थित परमाणु ठिकाने पर लगभग एक दर्जन बंकर बस्टर बम गिराए है। इस हमले के लिए अमेरिका ने 6 बी-2 बमवर्षक विमानों का इस्तेमाल किया। इसके अलावा नतांज़ और इस्फ़हान के परमाणु ठिकानों पर भी हमला किया गया। यहां पर 30 टॉमहॉक क्रूज मिसाइलें दागी गईं। ये मिसाइलें अमेरिका की पनडुब्बियों से लगभग 400 मील दूर से लॉन्च की गईं।
खासतौर पर नतांज़ में अमेरिका ने दो बंकर बस्टर बम भी गिराए। हालांकि हमले के तरीके को देखकर रेडिएशन फैलने का खतरा था लेकिन अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने बताया कि वहां ऐसा कोई रेडिएशन नहीं पाया गया।
क्या होते हैं बंकर बस्टर बम -
बंकर बस्टर बम बहुत ताकतवर बम होते हैं जिन्हें जमीन के नीचे बने ठिकानों या मजबूत बंकरों को नष्ट करने के लिए बनाया गया है। ये बम सीधे लक्ष्य के अंदर जाकर फटते हैं और अंदर मौजूद दुश्मन और उनके हथियारों को गंभीर नुकसान पहुंचाते हैं।
क्या है टॉमहॉक क्रूज मिसाइल-
टॉमहॉक एक लंबी दूरी की मिसाइल है जो हर मौसम में हमला कर सकती है। यह ध्वनि की गति से थोड़ी धीमी होती है और बहुत सटीक होती है। इसे आम तौर पर अमेरिकी नौसेना और ब्रिटेन की रॉयल नेवी इस्तेमाल करती हैं। ये मिसाइलें युद्धपोतों और पनडुब्बियों से दागी जाती हैं और ज़मीन पर मौजूद दुश्मन के ठिकानों को बहुत सटीकता से नष्ट कर सकती हैं।
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