इजरायल का ईरान पर घातक हमला, अहम ठिकानों पर पहुंचाया भारी नुकसान
ईरान पर इजरायल द्वारा एक घातक हमला किया गया है। जानकारी के मुताबिक इजरायली वायुसेना ने राजधानी तेहरान में कई जगहों पर एयर स्ट्राइक हुई है।

ईरान ने 100 से अधिक ड्रोन इजरायल की ओर दागे
ईरान पर इजरायल द्वारा एक घातक हमला किया गया है। जानकारी के मुताबिक इजरायली वायुसेना ने राजधानी तेहरान में कई जगहों पर एयर स्ट्राइक हुई है। फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि स्ट्राइक किन स्थानों पर की गई है। वही दूसरी तरफ अमेरिका के अधिकारियों ने साफ किया है कि इस हमले में अमेरिका का कोई हाथ नहीं है। खास बात यह है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आशंका जताई थी इजरायल ईरान पर हमला कर सकता है।
ईरान के मिसाइल और परमाणु ठिकानों पर निशाना-
जानकारी के मुताबिक गुरुवार को इजरायल वायु सेना ने दर्जनों स्ट्राइक की है। स्ट्राइक के दौरान ईरान के परमाणु ठिकानों और मिसाइल को निशाना बनाया गया। गुरुवार रात को ही पूरे इजरायल में सायरन बजे। इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्स ने पूरे देश में स्पेशल स्टेट ऑफ इमरजेंसी लागू कर दी है।
ट्रंप ने पहले ही जताई थी हमले की आशंका-
गुरुवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहले ही कहा था कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर उस पर इजरायल हमला कर सकता है। ट्रंप ने अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा, मैं यह नहीं कहना चाहता कि यह आसान है, लेकिन ऐसा लगता है कि यह हो सकता है। ट्रंप ने चिंता जताई कि अगर ईरान समझौते पर बातचीत नहीं करता है तो पश्चिम एशिया में बड़े पैमाने पर संघर्ष छिड़ सकता है। उन्होंने कहा कि वह ईरान से समझौता करने का आग्रह करते रहेंगे।
इजरायल भी अलर्ट मोड पर-
काट्ज का कहना है कि इजरायल की एयर स्ट्राइक के बाद यह आशंका है कि आने वाले समय में इजरायल और उसकी आम जनता पर मिसाइल या ड्रोन अटैक हो सकता है। इजरायल ने अपने एयर स्पेस को भी बंद कर दिया है। साथ ही ईरान ने भी तेहरान से उड़ान भरने वाली अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स को निलंबित कर दिया है।
अमेरिका ने पीछे किया हाथ-
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक रूबियो ने स्पष्ट किया है कि इजरायल की इस कार्रवाई में अमेरिका शामिल नहीं है। उन्होंने ईरान से अपील की है कि वह क्षेत्र में अमेरिकी हितों या कर्मियों को निशाना न बनाए। रूबियो ने कहा, आज इजरायल ने ईरान के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की है। हम ईरान के खिलाफ हुई स्ट्राइक्स में शामिल नहीं हैं और हमारी प्राथमिकता क्षेत्र में मौजूद अमेरिकी बलों की सुरक्षा करना है।