उज्जैन की नव्या तिवारी ने रचा इतिहास: पहले ही प्रयास में NDA परीक्षा पास की
मध्यप्रदेश के उज्जैन की 18 वर्षीय नव्या तिवारी ने न सिर्फ अपने सपने को साकार किया है, बल्कि पूरे प्रदेश के मान को बढ़ाया है।

सपनों में अगर दम हो तो मंजिल मिल जाना लाजमी है। मध्यप्रदेश के उज्जैन की 18 वर्षीय नव्या तिवारी ने न सिर्फ अपने सपने को साकार किया है, बल्कि पूरे प्रदेश के मान को बढ़ाया है। नव्या के पिता ने 25 साल पहले एसएसबी की परीक्षा दी थी, जिसमें वे असफल रहे थे। वहीं उनकी बेटी नव्या ने उनके अधूरे सपने को पूरा कर दिया है। एनडीए की परीक्षा को पहले ही प्रयास में पास करने वाली नव्या भारतीय वायुसेना में फ्लाइंड ऑफिसर बनने का सपना बुन रही हैं।
चार लाख से अधिक उम्मीदवारों ने दी थी परीक्षा
NDA परीक्षा में इस साल देशभर से 4 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे। नव्या ने पहले ही प्रयास में न केवल लिखित परीक्षा पास की, बल्कि SSB इंटरव्यू और मेडिकल जांच के बाद अंतिम चयन सूची में भी जगह बना ली। जैसे ही परिवार को नव्या के चयन की जानकारी मिली, उनके घर में जश्न का माहौल बन गया। रिश्तेदारों और दोस्तों ने मिठाई खिलाकर और माला पहनाकर नव्या को बधाइयाँ दीं।
कुछ साल पहले ही लड़कियों को मिली एंट्री
नव्या ने बताया कि NDA में लड़कियों की भर्ती कुछ साल पहले ही शुरू हुई है और हाल ही में पहला महिला बैच पासआउट हुआ है। उन्होंने कहा कि वह फ्लाइट लेफ्टिनेंट व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी से प्रेरित हैं और देश की सेवा करना चाहती हैं। नव्या ने राजस्थान के सीकर स्थित प्रिंस सैनिक स्कूल ने 11वीं और 12वीं की शिक्षा प्राप्त की है। 12वीं की परीक्षा में 90 फीसदी अंक हासिल किए। नव्या के पिता नवलेश तिवारी और मां संध्या तिवारी उज्जैन के निजातपुरा क्षेत्र में रहते हैं।
260वीं ऑल इंडिया रैंक और 27वीं महिला रैंक
सितंबर 2024 में दी गई NDA परीक्षा में करीब 8000 उम्मीदवारों ने लिखित परीक्षा पास की थी। नव्या ने बनारस में 6 से 10 जनवरी 2025 तक SSB इंटरव्यू दिया, जहां वे मध्य प्रदेश से चयनित होने वाली एकमात्र लड़की रहीं। उन्होंने ऑल इंडिया में 260वीं और महिला वर्ग में 27वीं रैंक हासिल की। अब वे 21 जून को पुणे स्थित NDA अकादमी में ट्रेनिंग शुरू करेंगी। ट्रेनिंग के बाद हैदराबाद एयरफोर्स एकेडमी में प्रशिक्षण लेकर वे फ्लाइंग ऑफिसर बनेंगी।