NTA ने जारी किया नीट यूजी 2025 का रिजल्ट
NTA ने नीट यूजी 2025 का रिजल्ट आज यानी 14 जून 2025 को जारी कर दिया है। इस साल देशभर से 20.8 लाख से ज्यादा उम्मीदवारों परीक्षा में बैठे थे।

इस साल 20.8 लाख से बच्चों ने दी थी परीक्षा
NTA ने नीट यूजी 2025 का रिजल्ट आज यानी 14 जून 2025 को जारी कर दिया है। इस साल देशभर से 20.8 लाख से ज्यादा उम्मीदवारों परीक्षा में बैठे थे। इस परीक्षा के द्वारा छात्र एमबीबीएस, बीडीएस, बीएएमएस, बीएसएमएस, बीयूएमएस और बीएचएमएस जैसे अंडरग्रेजुएट मेडिकल कोर्स में एडमिशन ले सकते है।
ऐसे देखे परीक्षा का रिजल्ट-
- सबसे पहले छात्र ऑफिसियल वेबसाइट neet.nta.nic.in पर जाए
- होमपेज पर आपको NEET UG 2025 Result लिंक पर क्लिक करना होगा
- अब अपने एडमिट कार्ड नंबर और डेट ऑफ़ बिर्थ डालनी होगी
- जानकारी डालने के बाद रिजल्ट स्क्रीन पर शू होने लगेगा
जानिए भारत में कुल कितनी MBBS सीटें-
भारत में एमबीबीएस कोर्स के लिए कुल 1,18,190 सीटें मौजूद हैं। इनमें से 1,15,250 सीटों पर शैक्षणिक सत्र 2024-25 के दौरान दाखिला हुआ जो कि कुल सीटों का लगभग 97.5% है। मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) नीट यूजी 2025 के जरिए 15% AIQ (All India Quota) के तहत MBBS और BDS सीटों के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया संचालित करती है।
जानिए क्या है टाई-ब्रेकिंग नियम-
-आपको बता दे कि इसमें जिसके नंबर बायोलॉजी (बॉटनी + जूलॉजी) में ज्यादा होंगे उसे हाई रैंक दिया जाता है।
-अगर बायोलॉजी में अंक सेम होते है तो केमिस्ट्री में अधिक अंक वाले उम्मीदवार को प्राथमिकता मिलेगी।
-अगर बायोलॉजी और केमिस्ट्री के नंबर भी अगर सेम हुए तो फिजिक्स में अधिक नंबर वाले कैंडिडेट को टॉप रैंक दिया जाएगा।
-अगर इन तीनों सब्जेक्ट में नंबर बराबर होते हैं तो उस उम्मीदवार को प्राथमिकता मिलेगी, जिसके सभी विषयों (बायोलॉजी, केमिस्ट्री, फिजिक्स) में गलत उत्तरों की संख्या कम होगी।
-अगर गलत उत्तरों की संख्या भी बराबर निकली तो सही उत्तरों की संख्या वाला उम्मीदवार टॉप रैंक हासिल करेगा।
कब हुई थी नीट यूजी 2025 की परीक्षा-
NTA ने नीट यूजी 2025 की परीक्षा 4 मई 2025 को आयोजित की थी। इस परीक्षा में लगभग 20.8 लाख उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था। यह परीक्षा भारत के 557 शहरों में 4,750 केंद्रों पर और विदेशों में 14 केंद्रों पर आयोजित की गई थी। परीक्षा हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, और कई क्षेत्रीय भाषाओं जैसे तमिल, तेलुगु, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मराठी, मलयालम, ओडिया, पंजाबी और असमिया में आयोजित की गई थी।