जिला न्यायालय के खाते से 64 लाख रुपए की साइबर ठगी

साइबर ठगों की हिम्मत अब इतनी बढ़ गई है कि उन्होंने इंदौर के डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के खाते से लाखों रुपए पार कर दिए।

Jun 16, 2025 - 17:34
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जिला न्यायालय के खाते से 64 लाख रुपए की साइबर ठगी
Cyber ​​fraud of Rs 64 lakh from District Court's account


बढ़ते साइबर ठगी के मामले कम होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। साइबर ठगों की हिम्मत अब इतनी बढ़ गई है कि उन्होंने इंदौर के डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के खाते से लाखों रुपए पार कर दिए। मामला तब उजागर हुआ जब एडीजे का वाउचर खाते में पर्याप्त रकम न होने की वजह से बाउंस हो गया। न्यायालय के प्रबंधक द्वारा साइबर हेल्पलाइन और अपराधा शाखा में शिकायत दर्ज कराई गई है। इस मामले में दो आरोपियों की पहचान हुई है। दोनों की भूमिका पूरे मामले में संदिग्ध बनी हुई है। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है। 

64 लाख रुपए की धोखाधड़ी आई सामने 


इंदौर जिला न्यायालय के खाते से कोई मामूली रकम नहीं निकाली गई है। खाते से 64 लाख रुपए निकाले गए हैं। इस मामले को लेकर तब हड़कंप मच गया जब एडिशनल डिस्ट्रिक्ट जज ने साढ़े छह लाख रुपए का वाउचर जारी किया, लेकिन उस वाउचर को सिर्फ इसलिए रोक दिया गया क्योंकि खाते में पैसे नहीं थे। इसकी रिपोर्ट मैनेजर पुनीत तिवारी ने साइबर हेल्पलाइन और क्राइम ब्रांच में दर्ज कराई गई है। इस मामले में पुलिस को कुछ सुराग हाथ लगे हैं। जिसके आधार पर गुजरात में भी छापेमारी की जा रही है। पुलिस ने दो आरोपियों की पहचान की है। ये वो लोग है जिनके नाम पर सिम कार्ड जारी हुआ था। 

पुलिस ने शुरू की जांच 


एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि मैनेजर पुनीत तिवारी ने 64 लाख रुपए की राशि खाते से निकाले जाने की शिकायत दर्ज की है। पुलिस ने इस मामले में साहिल रंगरेज और उसके पिता साजिद अब्दुल सत्तार रंगरेज के खिलाफ जांच शुरू की है। दोनों गुजरात के बलसाड़ के रहने वाले हैं। एडीसीपी के अनुसार, 17वें एडीजे जिला न्यायालय के नाम से एक खाता है। इस खाते में लाखों रुपए का लेनदेन होता रहता है। 11 जून को एडीजे ने साढ़े छह लाख रुपए का वाउचर जारी किया था। यह वाउचर एक अन्य शाखा के लिए था, खाते में पैसे न होने के कारण वाउचर रोक दिया गया। जांच के दौरान पता चला कि 5 मार्च से 11 जून के दौरान खाते से यूपीआई के माध्यम से पैसे निकाले हैं। पैसे पेटीएम से निकाले गए और एसबीआई के अन्य खाते में ट्रांसफर किए गए। आरोपियों की तलाश के लिए टीम को गुजरात रवाना किया गया है।