मध्यप्रदेश के सतना जिले में एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां पर महिला शिक्षक की कामचोरी देखने को मिली है। तीन बार निलंबित हो चुकी शिक्षिका मझगवां विकासखंड के प्राथमिक विद्यालय साडा में पदस्थ शिक्षिका सरिता सिंह व्हाइटनर से अपनी हाजिरी लगा कर स्वयं को उपस्थित बता रही थीं। स्कूल से गैरहाजिर शिक्षिका की हिम्मत इतनी की उन्होंने व्हाइटनर लगाकर अपने आप को स्कूल में हाजिर बताने की कोशिश की। जब जांच टीम ने अचानक स्कूल में निरीक्षण किया तो शिक्षिका की करतूत सामने आ गई।
बच्चों जैसा बरताव दर्शाया
जिस तरह से छोटे बच्चे कुछ भी गलत लिखकर रबर से मिटाने की कोशिश करते हैं, ठीक उसी तरह से शिक्षिका भी व्हाइटनर लगाकर प्रेजेंट लगा रही थीं। शिक्षिका को नौकरी जाने का डर भी नहीं रहा। क्योंकि वे पहले ही तीन बार बर्खास्त की जा चुकी हैं। बावजूद इसके वे हर बार गलती को दोहराती नजर आई। सरिता सिंह अप्रैल और जून 2025 के कई दिनों तक स्कूल में अनुपस्थित रहीं। जब ग्रामीणों ने इसकी शिकायत की, तो उन्होंने व्हाइटनर से रजिस्टर में सुधार करने की कोशिश की। जांच के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ने उन्हें निलंबित कर दिया। मुख्यालय बीईओ कार्यालय रामपुर बाघटेलान निर्धारित किया गया है।
पहले भी हो चुकी हैं दो बार निलंबित
सरिता सिंह इससे पहले भी दो बार विभागीय कार्रवाई का सामना कर चुकी हैं। पहली बार वर्ष 2023 में उनके खिलाफ कार्रवाई हुई थी, जिसमें उनकी एक वेतन वृद्धि रोकी गई थी। फिर जुलाई 2024 में उन्होंने नियमों की अनदेखी करते हुए अपनी जगह एक ग्रामीण महिला को स्कूल भेज दिया था। इस मामले की शिकायत स्थानीय विधायक तक पहुंची थी, जिसके बाद कड़ी कार्रवाई हुई।
नोटिस के बावजूद नहीं हुआ सुधार
अप्रैल 2025 में सरिता सिंह और एक अन्य शिक्षक जितेन्द्र कुमार की लगातार अनुपस्थिति पर डीईओ कार्यालय की ओर से कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। जितेन्द्र कुमार ने इसके बाद उपस्थिति देना शुरू कर दिया, लेकिन सरिता सिंह के व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आया। इस कारण उन्हें तीसरी बार निलंबन का सामना करना पड़ा है।