'रूप निखारने' की आड़ में इलाज का गोरखधंधा...

रूप और सौंदर्य निखारने की आड़ में शहर में धड़ल्ले से इलाज का गोरख धंधा चल रहा है।

Apr 21, 2025 - 16:17
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'रूप निखारने' की आड़ में इलाज का गोरखधंधा...
Treatment racket under the guise of 'enhancing beauty'...
  • स्वास्थ्य विभाग बना रहा है ब्यूटी पार्लरों की कुंडली,
  • दर्ज़ होगी F.I.R.

जबलपुर/-  रूप और सौंदर्य निखारने की आड़ में शहर में धड़ल्ले से इलाज का गोरख धंधा चल रहा है। सबसे हैरानी की बात यह है कि शहर के ब्यूटी पार्लरों में त्वचा संबंधी न केवल जांचें हो रही है बल्कि इसकी दवाइयां भी दी जा रही है। नियमों के मुताबिक त्वचा से संबंधी जांच और इलाज के लिए एमबीबीएस की डिग्री और उसके बाद डर्मेटोलॉजी का कोर्स करना बेहद जरूरी है बावजूद इसके शहर के ब्यूटी पार्लरों में बिना प्रशिक्षित और अनुभवी डॉक्टरों के ही इनका इलाज किया जा रहा है।

ब्यूटी पार्लर की आड़ में स्किन की जांच, इलाज और दवाइयां देने के चलन को स्वास्थ्य विभाग में बेहद गंभीरता से लिया है। जबलपुर संभाग के क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं और जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर संजय मिश्रा ने ब्यूटी पार्लर खोलकर त्वचा संबंधित इलाज करने वाले संस्थाओं की जांच के निर्देश दिए हैं और उनकी जांच के बाद कहीं नियमों का उल्लंघन पाया गया तो उनके खिलाफ एफआईआर भी कराई जाएगी।

मंत्री तक पहुंची शिकायत -

जबलपुर के शहरी और ग्रामीण इलाकों में ब्यूटी पार्लरों की आड़ में हो रहे त्वचा के इलाज के मामले में जबलपुर के त्वचा रोग विशेषज्ञों के संगठन में कड़ा ऐतराज जताया है। स्थानीय अधिकारियों के साथ ही उन्होंने प्रदेश स्तर पर मंत्री से भी इसकी शिकायत की है। शासन से मिले निर्देशों के बाद जिले का स्वास्थ्य महकमा हरकत में आया है। जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर संजय मिश्रा के मुताबिक ब्यूटी पार्लर की जांच के निर्देश दे दिए गए हैं और आने वाले दिनों में इनकी कुंडली खंगालने के बाद कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

ब्यूटी पार्लरों में जांच और दवाई देना है गैरकानूनी -

बिना अनुभवी और प्रशिक्षित डॉक्टर के अगर ब्यूटी पार्लर में त्वचा की जांच हो रही है और मरीजों को दवाइयां दी जा रही है तो यह पूरी तरह से नियमों के खिलाफ है। देखने में यह आ रहा है कि शहर और ग्रामीण इलाकों में ब्यूटी पार्लर तो खोले गए हैं लेकिन यहां रूप निखारने के साथ-साथ त्वचा संबंधी समस्याओं से ग्रसित लोगों की न केवल जांचें हो रही है बल्कि उन्हें पार्लर संचालकों के द्वारा पेशेवर डॉक्टरों की तरह दवाइयां भी लिखकर दे रहे हैं। बिना पढ़ाई और अनुभव के इस तरह का काम करना नियम विरुद्ध तो है बल्कि इससे लोगों का चेहरा भी बिगड़ सकता है।