आईएमए 14 जुलाई से नया अध्याय लिखने जा रहा है, पहली बार होगी गर्ल्स कैडेट्स की ट्रेनिंग 

देहरादून में इंडियन मिलिट्री अकेडमी अपने नए अध्याय को लिखने को तैयार है। जहां पर पहली बार गर्ल्स कैडेट्स की भी ट्रेनिंग शुरू होने जा रही है। 14 जुलाई से शुरू होने वाली इस ट्रेनिंग के लिए सारी तैयारियां की जा चुकी हैं।

Jun 30, 2025 - 14:41
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आईएमए 14 जुलाई से नया अध्याय लिखने जा रहा है, पहली बार होगी गर्ल्स कैडेट्स की ट्रेनिंग 
IMA is going to write a new chapter from July 14 for the first time girls cadets will be trained
 
देहरादून में इंडियन मिलिट्री अकेडमी अपने नए अध्याय को लिखने को तैयार है। जहां पर पहली बार गर्ल्स कैडेट्स की भी ट्रेनिंग शुरू होने जा रही है। 14 जुलाई से शुरू होने वाली इस ट्रेनिंग के लिए सारी तैयारियां की जा चुकी हैं। नेशनल डिफेंस अकेडमी से पास आउट 9 गर्ल्स कैडेट 12-13 जुलाई को यहां पहुंच जाएंगी और 14 जुलाई से उनकी ट्रेनिंग शुरू हो जाएगी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पहली बार इस ट्रेनिंग में दो विदेशी गर्ल्स भी ट्रेनिंग लेंगी। कहा जा रहा है कि मित्र देश की कैडेट हैं। 
 
आईएमए के सूत्रों के अनुसार, लड़कियों और लड़कों दोनों कैडेट्स की ट्रेनिंग एक जैसी ही होगी। पहले से ही यहां आर्मी एजुकेशन कोर की कुछ महिला अधिकारी तैनात थीं, और अब कुछ अन्य महिला प्लाटून कमांडर्स को भी नियुक्त किया गया है। महिला कैडेट्स को आईएमए की विभिन्न कंपनियों के साथ जोड़ा जाएगा, और वे अपनी-अपनी कंपनी के साथ ही प्रशिक्षण प्राप्त करेंगी। हालांकि पहली बार लड़कियां यहां आ रही हैं और उनका नंबर भी कम है इसलिए प्रशासनिक तौर पर वे एक कंपनी में एक साथ रहेंगी। 

 

सुरक्षा के लिए लगाए सीसीटीवी कैमरे

सभी के रहने का इंतजाम एक साथ किया जाएगा, लेकिन ट्रेनिंग अलग-अलग कंपनी में करेंगी। सभी कैडेट्स की आउट डोर ट्रेनिंग, नाइट ट्रेनिंग सब एक साथ होगी। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक्स्ट्रा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। आउटडोर ट्रेनिंग के दौरान सेपरेट टॉयलेट का भी इंतजाम किया गया है। 

 

पहली बार होगी गर्ल्स ट्रेनिंग 

आईएमए के इतिहास में यह पहली बार है जब यहां महिला कैडेट्स को प्रशिक्षण दिया जाएगा। हालांकि, वायुसेना और नौसेना अकादमियों में पहले से ही पुरुष और महिला अधिकारियों को संयुक्त रूप से ट्रेनिंग मिलती रही है। आईएमए में लड़कियों की ट्रेनिंग नहीं होती थी। इस वर्ष 30 मई का दिन नेशनल डिफेंस अकेडमी के लिए ऐतिहासिक था। जब पहली बार महिला कैडेट्स भी यहां तीन साल की ट्रेनिंग पूरी कर पास आउट हुई थीं।