अब्बास अंसारी को दोहरा झटका- एक दिन पहले मिली सजा, अब गई विधायकी 

यूपी के बाहुबली और सुभासपा के नेता रहे मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी की अब विधायकी भी चली गई है। अब्बास  उत्तर प्रदेश स्थित मऊ सदर से विधायक थे।

Jun 1, 2025 - 15:29
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अब्बास अंसारी को दोहरा झटका- एक दिन पहले मिली सजा, अब गई विधायकी 
Abbas Ansari gets double blow- got punishment a day before, now lost his MLA post

हाल ही में हेट स्पीच मामले में अब्बास अंसारी को कोर्ट ने दो साल की सजा सुनाई थी। ऐसे में यूपी के बाहुबली और सुभासपा के नेता रहे मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी की अब विधायकी भी चली गई है। अब्बास  उत्तर प्रदेश स्थित मऊ सदर से विधायक थे। उन्होंने साल 2022 में यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान एक विवादित बयान दिया था। इस मामले में कोर्ट ने शनिवार को अपना फैसला भी  सुनाया था जहा कोर्ट ने उन्हें दो साल की सजा सुनाई थी। अब इसके बाद उन्हें दोहरा झटका लगा है और उनकी विधायकी भी चीन गई है। 

जल्द हो सकती है मऊ सीट पर उपचुनाव की घोषणा-

मिली जानकारी के मुताबिक, ऐसा माना जा रहा है कि मऊ सीट पर उपचुनाव की जल्द ही घोषणा हो सकती है। लेकिन अगर अब्बास अंसारी ने अपनी सजा को लेकर हाईकोर्ट का रुख किया और तब कोर्ट ने सजा पर स्टे लगा तो उनकी विधायकी वापस भी आ सकती है।

मुख्तार अंसारी की सीट थी मऊ सदर-

इस समय सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी सुभासपा केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन की सहयोगी है और पार्टी प्रमुख ओम प्रकाश राजभर उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री के पद पर हैं। मऊ सदर विधानसभा सीट से पहले अब्बास अंसारी विधायक थे, जिनसे पहले उनके पिता और बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी ने लंबे समय तक इस सीट से चुनाव जीतकर प्रतिनिधित्व किया।

हाईकोर्ट में अपील की तैयारी-

उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने बताया कि वे अब्बास अंसारी को हुई सज़ा के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील करेंगे। विधानसभा चुनाव में सुभासपा के टिकट पर अब्बास अंसारी 2022 के मऊ सीट से जीतकर विधायक बने थे। हाल ही में मऊ की एक अदालत ने उन्हें एक हेट स्पीच मामले में दोषी करार देते हुए दो साल की सज़ा सुनाई है।

अब तक छह विधायकों की जा चुकी है सदस्यता-

अब्बास अंसारी 18वीं उत्तर प्रदेश विधानसभा के ऐसे छठे विधायक बन गए हैं जिनकी विधायकी खत्म हो चुकी है। उनसे पहले आज़म खान, अब्दुल्ला आज़म, इरफान सोलंकी, विक्रम सैनी और रामदुलार गोंड की भी विधायकी रद्द की जा चुकी है।