मिस वर्ल्ड 2025: थाईलैंड की ओपल सुचाता बनीं विजेता, 72 साल बाद आया ये खिताब

हैदराबाद में 31 मई 2025 को हाईटेक्स प्रदर्शनी सेंटर में 72वें मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस इवेंट पर दुनियाभर की नजरें टिकी थीं।

Jun 1, 2025 - 15:54
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मिस वर्ल्ड 2025: थाईलैंड की ओपल सुचाता बनीं विजेता, 72 साल बाद आया ये खिताब
Miss World 2025: Opal Suchata of Thailand became the winner, this title came after 72 years

भारत की नंदिनी गुप्ता टॉप 8 में जगह बनाने से चूकीं 

हैदराबाद में 31 मई 2025 को हाईटेक्स प्रदर्शनी सेंटर में 72वें मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस इवेंट पर दुनियाभर की नजरें टिकी थीं। इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता का खिताब थाईलैंड की 21 वर्षीय ओपल सुचाता चुआंगसरी ने अपने नाम किया। यह पहली बार है जब थाईलैंड ने मिस वर्ल्ड का खिताब जीता है।

पहली जीत और गर्व का क्षण

मिस वर्ल्ड का ताज पहनने के बाद मीडिया से बातचीत में ओपल ने कहा कि पिछले 72 साल से थाईलैंड के लोग  इस पल का इंतजार कर रहे थे। उन्होंने बताया कि यह जीत अभी भी उन्हें किसी सपने जैसी लग रही है और उन्हें इस पर विश्वास नहीं हो रहा। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपनी टीम को दिया और कहा कि उन्हें अपनी टीम और खुद पर गर्व है।

भारत में बिताए पल यादगार-

भारत में बिताए पलों के बारे में ओपल ने बताया कि 'मैं अभी अपने दोस्तों से बात कर रही थी कि मैं इस जगह को छोड़ना नहीं चाहती।' इसका कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि यहां के लोग, यहां का खान और हर चीज शानदार है। वह यहां आकर बेहद खुश हुईं। उनकी भारत की यात्रा बेहद  शानदार थी और उन्होंंने यहां बहुत सारे खुशनुमा पलों को जिया, जिसे वो संजोकर रखना चाहती हैं। 

अपने भविष्य के लक्ष्यों के बारे में की बात-

ओपल ने अपने भविष्य के बारे में बात करते हुए बताया कि उनका मुख्य प्रोजेक्ट महिलाओं के स्वास्थ्य और स्तन कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाना है। उन्होंने कहा कि अब जब वह मिस वर्ल्ड बन चुकी हैं, तो उनके पास कई सामाजिक अभियानों में योगदान देने का अवसर है और वह अधिक से अधिक प्रोजेक्ट्स का समर्थन करना चाहती हैं।

भारत रह गया पीछे-

इस प्रतियोगिता में भारत की ओर से नंदिनी गुप्ता ने भाग लिया और शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन वह टॉप 8 में जगह बनाने से चूक गईं। अब तक भारत छह बार मिस वर्ल्ड का खिताब जीत चुका है, लेकिन इस बार देश को ताज से संतोष नहीं मिल पाया।