विश्व साइकिल दिवस
साइकिल चलाना स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद है। इस बात को पुराने जमाने के लोग बेहतर जानते थे। पहले जब सड़कों पर साइकिल चलती थीं, तब न तो प्रदूषण होता था न पेट्रोल की कीमतों की मार से आम व्यक्ति परेशान था। लोगों की लाइफस्टाइल पूरी तरह से बदल चुकी है। मॉडर्न लाइफस्टाइल अपनाने वाले लोग भी इन दिनों साइकिल कल्चरल को अपनी फिटनेस के लिए अपना रहे हैं। साइक्लिंग के अपने अलग फायदे हैं। यही वजह है कि ज्यादा से ज्यादा लोग साइक्लिंग करें और स्वस्थ रहें इसके लिए प्रत्येक वर्ष 3 जून को विश्व साइकिल दिवस मनाया जाता है।
पहले साइकिल सबसे सुलभ, वातावरण अनुकूलित, कम खर्च में चलने वाला वाहन था, लेकिन समय के साथ लोगों की लाइफस्टाइल के साथ स्टेटस भी बदलता गया। आज आलम यह है कि सड़कों पर साइकिल नहीं बल्कि, लाखों, करोड़ों रुपए की बाइक और कार चलने लगी है। इन सब के बावजूद हम यह नहीं कह सकते कि साइकिल पुरानी हो गई है। साइकिल में भी कई सारे एक्सीपेरिमेंट किए गए है। साइकिल की कीमते भी लाखों में पहुंच चुकी है। इनमें इलेक्ट्रिक साइकिल, गियर वाली साइकिल के साथ ही कई अन्य मॉडल उपलब्ध है। जो स्टेटस को ध्यान में रखकर लोगों की जीवनशैली में शामिल हो रही है। लोग अब इसे फिटनेस के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।
फिट रहने के लिए रोजाना 30 मिनट चलाएं साइकिल
आधुनिक जीवनशैली में हाई ब्लड प्रेशर, थायरॉइड, शुगर जैसी बीमारियां होना आम बात है, लेकिन यदि आप अपनी दिनचर्या में रोजाना 30 मिनट साइकिल चलाना शामिल करते हैं। तो इन बीमारियों के होने का खतरा 40 प्रतिशत तक कम हो जाता है। एक रिसर्च के मुताबिक रोजाना साइकिल चलाने वालों में हार्ट अटैक और कैंसर का खतरा कम होता है। हर तरह से साइकिल चलाना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।
सरकार द्वारा किए जा रहे विभिन्न प्रयास
पेट्रोल, डीजल के बढ़ते दामों और पर्यावरण प्रदूषण को देखते हुए केन्द्रीय सरकार द्वारा कई जगहों पर साइकिल ट्रेक बनवाए गए ताकि लोग साइकिल चलाने के प्रति रुचि लें। साइकिल चलाना जितना स्वास्थ्य के लिए जरूरी है उतना ही पर्यावरण के लिए भी जरूरी है। लोगों को जागरुक करने के उद्देश्य से ही 3 जून को विश्व साइकिल दिवस मनाया जाता है।