कथावाचक मोरारी बापू की पत्नी का निधन, 75 वर्ष की उम्र में ली अंतिम सांस
देश के प्रसिद्ध कथावाचक और आध्यात्मिक गुरु मोरारी बापू की 75 वर्षीय पत्नी नर्मदा बेन मोरारीदास हरियाणी का निधन हो गया।

देश के प्रसिद्ध कथावाचक और आध्यात्मिक गुरु मोरारी बापू की 75 वर्षीय पत्नी नर्मदा बेन मोरारीदास हरियाणी का निधन हो गया। बुधवार देर रात उन्होंने भावनगर जिले के महुवा तालुका स्थित तलगाजरडा गांव में अपने निवास स्थान पर अंतिम सांस ली। 75 वर्षीय नर्मदाबेन पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रही थीं और उन्होंने दो दिन से कुछ खाया भी नहीं था।
मोरारी बापू और नर्मदाबेन की शादी वनोट गांव में हुई थी। उनके चार संतानें हैं — एक पुत्र और तीन पुत्रियां। नर्मदाबेन के निधन से तलगाजरडा, भावनगर, पूरे गुजरात और देश-विदेश में मोरारी बापू से जुड़े अनुयायियों में शोक की लहर फैल गई है।
नर्मदाबेन का अंतिम संस्कार तलगाजरडा गांव में सुबह 9 बजे किया गया। यहीं मोरारी बापू भी निवास करते हैं। 1946 में जन्मे मोरारी बापू 'रामचरित मानस' के प्रवचन के लिए प्रसिद्ध हैं और उनके करोड़ों श्रोता भारत सहित विश्वभर में हैं। उन्होंने 1976 में पहली बार अंतरराष्ट्रीय रामकथा का आयोजन नैरोबी (केन्या) में किया था।
मोरारी बापू ने 12 वर्ष की आयु तक रामचरित मानस को पूरी तरह से कंठस्थ कर लिया था और 14 साल की उम्र में रामकथा का गायन और वाचन शुरू किया था। आज वे 79 वर्ष के हो चुके हैं और श्री चित्रकुटधाम ट्रस्ट, महुआ (गुजरात) में निवास कर रहे हैं। कथा के साथ-साथ वे सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय भूमिका निभाते हैं।