इंदौर के लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन पर बन रहे रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) के डिजाइन को लेकर सवाल उठने लगे हैं। बीजेपी सांसद शंकर लालवानी ने राज्य के लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह को पत्र लिखकर आरओबी की डिजाइन की समीक्षा की मांग की है। उन्होंने खासतौर पर इसमें प्रस्तावित दो 90 डिग्री के मोड़ों को लेकर चिंता जताई है, जिन्हें उन्होंने संभावित रूप से खतरनाक बताया।
भोपाल फ्लाईओवर का दिया हवाला
लालवानी ने अपने पत्र में भोपाल के ऐशबाग इलाके में बने फ्लाईओवर का उदाहरण दिया, जिसमें 90 डिग्री के मोड़ के चलते काफी दिक्कतें सामने आई थीं। उन्होंने लिखा, “यदि पुल के डिजाइन में 90 डिग्री के मोड़ हैं, तो उनकी व्यावहारिकता और सुरक्षा की जांच कर तकनीकी बदलाव किए जाने चाहिए।”
कांग्रेस ने भी जताई आपत्ति
आरओबी के डिजाइन को लेकर कांग्रेस ने भी विरोध जताया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस पुल को ‘Z-आकार’ का बताते हुए कहा कि इससे ट्रैफिक और सुरक्षा दोनों को खतरा हो सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि न तो सांसद, न विधायक और न महापौर को इस डिजाइन की जानकारी दी गई है। पटवारी ने भोपाल के ऐशबाग फ्लाईओवर का उदाहरण देते हुए कहा कि उस परियोजना में भी देरी और लापरवाही सामने आई थी, लेकिन केवल दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया।
पीडब्ल्यूडी ने दी तकनीकी सफाई
विवाद को लेकर लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने स्पष्टीकरण जारी किया है। विभाग के मुख्य अभियंता पी.सी. वर्मा ने एक प्रेस नोट में बताया कि आरओबी के पांचों मोड़ भारतीय सड़क कांग्रेस (IRC) के मानकों के अनुसार बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि इन मोड़ों की वक्रता की त्रिज्या करीब 20 मीटर है, जबकि न्यूनतम आवश्यक त्रिज्या 15 मीटर होती है।
पीडब्ल्यूडी के मुताबिक यह ओवरब्रिज 1027.60 मीटर लंबा और 12 मीटर चौड़ा है और इसे तीन दिशाओं — पोलो ग्राउंड, लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन और भागीरथपुरा — की ओर जोड़ा जा रहा है। विभाग का दावा है कि पूरा डिजाइन निर्धारित मानकों के अनुरूप है।