सांसद जनार्दन मिश्रा का विवादित बयान फिर वायरल, छात्रों को दी अजीब सलाह
भाजपा सांसद जनार्दन मिश्रा अपने बयानों से हर बार सुर्खियों पर रहते हैं। इस बार भी इन्होंने कुछ ऐसा कह दिया कि फिर वे विवादों में फंस गए हैं।

भाजपा सांसद जनार्दन मिश्रा अपने बयानों से हर बार सुर्खियों पर रहते हैं। इस बार भी इन्होंने कुछ ऐसा कह दिया कि फिर वे विवादों में फंस गए हैं। दरअसल उन्होंने छात्रों को लैपटॉप खरीदने के लिए सरकार द्वारा दिए गए धन को लेकर कुछ हैरान कर देने वाला बयान दे दिया है। जो अब सोशल मीडिया पर तेजी के वायरल हो रहा है।
छात्रों से की अपील, पर लहजा रहा अटपटा
एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए सांसद मिश्रा ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने पढ़ाई के लिए छात्रों के खातों में लैपटॉप खरीदने के पैसे डाले हैं। उन्होंने कहा, "आज शाम तक तुम्हारे खाते में पैसे आ जाएंगे, लेकिन यह कहना मुश्किल है कि कितने छात्र सच में लैपटॉप खरीदेंगे।" इसके बाद उन्होंने बघेली भाषा में जोड़ते हुए कहा, "तुम्हारे माता-पिता इन पैसों से लैपटॉप खरीदेंगे या फिर सत्यनारायण की कथा करवा लेंगे, या तुम्हारे पिता कहीं गांजा (चोंगी) ही न फूंक दें।"
अधिकारियों से मांगी रिपोर्ट
सांसद ने अधिकारियों से उन छात्रों की सूची भी मांगी है जिन्होंने इस योजना के तहत लैपटॉप खरीदे हैं। उनका यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है और लोग इसे लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
पहले भी दे चुके हैं विवादित बयान
जनार्दन मिश्रा विवादित बयानों के लिए पहले भी चर्चा में रह चुके हैं। एक पुराने कार्यक्रम में उन्होंने भविष्य की कल्पना करते हुए कहा था कि "60 साल बाद पति-पत्नी मोबाइल में इतने व्यस्त हो जाएंगे कि बच्चे भी ऑनलाइन पैदा होंगे।" उन्होंने यह भी सवाल उठाया था कि ऐसे बच्चे "स्टील के होंगे या मांस और हड्डी के?"
पीएम मोदी की दाढ़ी को लेकर भी कर चुके हैं टिप्पणी
सांसद मिश्रा ने एक बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दाढ़ी को लेकर भी अनोखा बयान दिया था। उन्होंने कहा था, "मोदी की दाढ़ी में घर ही घर हैं। जब दाढ़ी हिलती है तो लाखों आवास मिलते हैं। जब तक दाढ़ी रहेगी, आवास मिलते रहेंगे। जब देखना बंद कर दोगे, तो आवास भी मिलना बंद हो जाएगा।"
जनार्दन मिश्रा अपने बेबाक और अक्सर विवादित बयानों के चलते चर्चा में बने रहते हैं, और इस बार भी उन्होंने ऐसा ही कुछ कहकर लोगों का ध्यान खींचा है।