एमपी कांग्रेस के जिलाध्यक्ष की नियुक्तिअब दिल्ली से, 68 ऑब्सर्वर की टीम करेगी चयन
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के जिला अध्यक्षों की नियुक्ति अब सीधे दिल्ली से की जाएगी।

मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के जिला अध्यक्षों की नियुक्ति अब सीधे दिल्ली से की जाएगी। इस संबंध में अंतिम फैसला ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) लेगी। नियुक्ति प्रक्रिया के तहत AICC और प्रदेश कांग्रेस मिलकर जिलों में पर्यवेक्षक (ऑब्जर्वर) भेजेंगे, जो जिला अध्यक्ष पद के लिए संभावित नामों का पैनल तैयार करेंगे। इसके बाद दिल्ली में हर उम्मीदवार से बातचीत कर अंतिम चयन किया जाएगा। पूरी प्रक्रिया में लगभग दो महीने का समय लग सकता है।
जिलों में भेजे जाएंगे ऑब्जर्वर
प्रदेश के पांच रिक्त जिलों समेत सभी जिलों में नए अध्यक्ष AICC द्वारा नियुक्त किए जाएंगे। इसके लिए केंद्र और राज्य स्तर से दो-दो पर्यवेक्षकों की टीमें जिलों में भेजी जाएंगी। AICC ने 68 ऑब्जर्वरों की सूची तैयार कर ली है, वहीं मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने भी 68 पर्यवेक्षकों के नाम तय किए हैं। ये टीमें मिलकर प्रत्येक जिले के लिए अध्यक्ष पद के दावेदारों का पैनल तैयार करेंगी।
प्रदेश में जिला अध्यक्षों की नियुक्ति प्रक्रिया अगले एक सप्ताह में शुरू हो जाएगी। इस प्रक्रिया के तहत, कांग्रेस की ऑब्जर्वर टीम, जिसमें सभी विधायक और पीसीसी के पदाधिकारी शामिल हैं, जिलों में जाकर संभावित नामों का पैनल तैयार करेगी। इसके बाद, दिल्ली में हर दावेदार से व्यक्तिगत रूप से बातचीत की जाएगी, और फिर नामों का चयन किया जाएगा।
पदाधिकारियों को दी जाएगी बोलने की ट्रेनिंग
कांग्रेस पार्टी अपने पदाधिकारियों को ट्रेनिंग भी देने जा रही है ताकि वे विवादित बयान देने से बच सकें। पार्टी को लगता है कि भाजपा के नेता लगातार विवादित बयान दे रहे हैं, और कांग्रेस नहीं चाहती कि उसके पदाधिकारी भी ऐसी गलती करें। इस सिलसिले में, कांग्रेस प्रमुख पदाधिकारियों को भोपाल में एक दिन की ट्रेनिंग देने वाली है, जिसमें उन्हें समझाया जाएगा कि कैसे सोच-समझकर और संयमित तरीके से बोलना चाहिए।