जानिये क्या है बेबीमून और क्यों है ये इन दिनों ट्रेंड पर
शादी के बाद हनीमून का यह ट्रेंड काफी चलन में था। लेकिन अब हाल ही में एक नया ट्रेंड सुनने में आ रहा है जो काफी तेजी से लोकप्रिय हो रहा है, जिसका नाम बेबीमून हैं।

पहले के ज़माने में शादी के बाद का पीरियड काफी अहम माना जाता था। यह एक ऐसा वक्त होता है जहा कपल अपने हनीमून के लिए जाते है। लोग अपने पार्टनर संग वक्त बिताने, एक दूसरे को समझने और शादी -समारोह की थकावट दूर करने के लिए घूमने जाते हैं। शादी के बाद हनीमून का यह ट्रेंड काफी चलन में था। लेकिन अब हाल ही में एक नया ट्रेंड सुनने में आ रहा है जो काफी तेजी से लोकप्रिय हो रहा है, जिसका नाम बेबीमून हैं।
कहा से आया बेबीमून शब्द-
Babymoon शब्द बेबी और हनीमून से मिलकर बना है। इसका मतलब बच्चें के जन्म से पहले माता-पिता द्वारा एक छोटी सी ट्रिप या छुट्टियां बिताना है। यह कपल के लिए एक दूसरे हनीमून की तरह ही होता है लेकिन डिलीवरी से पहले कपल के लिए सेलिब्रेशन का एक खास मौका होता है। इस दौरान महिला को आरामदायक और रोमांटिक माहौल देकर उसे खास महसूस कराया जाता है। बेबीमून कपल के लिए एक खूबसूरत और खास अनुभव है जो माता पिता बनने के उनके भावनात्मक सफर को और खास बना देता है।
क्या है बेबीमून का मतलब?-
बेबीमून एक छुट्टी होती है जिसे कपल्स बच्चें के आने से पहले रिलैक्स करने, एक-दूसरे के साथ अकेले वक्त बिताने और आने वाले जीवन में बदलावों के लिए मानसिक रूप से तैयार होने के लिए लेते हैं। यह बच्चे के जन्म से पहले कपल का सेकेंड हनीमून जैसा होता है।
क्यों बढ़ रही है बेबीमून की लोकप्रियता?
आज की बिजी लाइफ में कपल्स के पास एक-दूसरे के लिए समय निकालना मुश्किल हो गया है। ऐसे में बेबीमून उन्हें एक ऐसा मौका देता है जहां वे-
- कामकाजी जीवन से थोड़ी देर के लिए ब्रेक ले सकते हैं
- माता-पिता बनने से पहले भावनात्मक रूप से एक-दूसरे से जुड़ सकते हैं
- आने वाले जीवन के बदलावों के लिए खुद को मानसिक रूप से तैयार कर सकते हैं
- बच्चे के आने से पहले आखिरी बार दो लोगों के रूप में क्वालिटी टाइम बिता सकते हैं
बेबीमून पर कब जाना चाहिए-
आप अगर बेबीमून पर जाने की योजना बना रहे हैं तो गर्भावस्था की दूसरी तिमाही, यानी 14 से 28 सप्ताह का समय सबसे उपयुक्त माना जाता है। इस समय पर गर्भवती महिला का स्वास्थ्य आमतौर पर स्थिर रहता है और यात्रा के लिए अनुकूल होता है। 37वें सप्ताह के बाद यात्रा से बचने की सलाह दी जाती है।
बेबीमून की प्लानिंग में किन बातों का रखें ध्यान-
- डॉक्टर की सलाह जरूर लें और स्वास्थ्य की स्थिति के आधार पर ट्रिप की योजना बनाएं
- लंबी, थकाने वाली यात्राओं से बचें
- ऐसी जगह चुनें जहां पास में अस्पताल या मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध हों
- सफर के दौरान सेहत का विशेष ध्यान रखें पौष्टिक आहार लें और पर्याप्त आराम करें
- यात्रा के दौरान आरामदायक और सुरक्षित वातावरण चुनें