Intermittent Fasting: जानिए क्या है इंटरमिटेंट फास्टिंग, क्या है इसके नुकसान और फायदे, सभी को नहीं होती सूट
आजकल हर कोई अपने वजन को लेकर परेशान रहता है। हर कोई बस पतला होना चाहता है। ऐसे में इसकी ट्रेंड में एक डाइट बहुत फेमस है जिसे इंटरमिटेंट फास्टिंग कहते है। यह डाइट अभी का ट्रेंड है।

आजकल हर कोई अपने वजन को लेकर परेशान रहता है। हर कोई बस पतला होना चाहता है। जिसके वे किसी भी तरीके की डाइट, वर्कआउट, मेडिसिन और न जाने क्या क्या चीजे करने को तैयार हो जाता है। वे यह नहीं सोचते की क्या कही इससे उसके शरीर को नुकसान तो नहीं पहुंच रहा।
ऐसे में इसकी ट्रेंड में एक डाइट बहुत फेमस है जिसे इंटरमिटेंट फास्टिंग कहते है। यह डाइट अभी का ट्रेंड है। लोग इस डाइट के बारे में बिना जांच पड़ताल किये इसे फॉलो करने लगते है। लेकिन हाल की में हुई एक रिसर्च में शामे आया है कि अगर इस डाइट को बिना समझे और लंबे समय तक किया जाए तो यह आपकी सेहत को काफी नुकसान भी पहुंचा सकती है।
स्टडी में क्या आया सामने?
- जर्नल ऑफ अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन में छपी एक रिसर्च के मुताबिक:
- जो लोग इंटरमिटेंट फास्टिंग करते हैं उनमें दिल की बीमारी और स्ट्रोक से मौत का खतरा बढ़ सकता है।
- यह रिसर्च कई सालों तक हजारों लोगों पर की गई थी।
- लंबे समय तक फास्टिंग करने से शरीर में कुछ गंभीर नुकसान हो सकते हैं।
इंटरमिटेंट फास्टिंग क्या है? (What is Intermittent Fasting)
- इंटरमिटेंट फास्टिंग में आप पूरे दिन में एक तय समय पर ही खाना खाते हैं। जैसे – 16 घंटे फास्ट और सिर्फ 8 घंटे खाना।
- माना जाता है कि इससे वजन कम होता है और शरीर की चर्बी घटती है।
- लेकिन अगर इसे सही तरीके से न किया जाए तो शरीर को जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते।
इंटरमिटेंट फास्टिंग के नुकसान ?(Disadvantages of Intermittent Fasting)
- पोषण की कमी – सीमित समय में खाना खाने से जरूरी विटामिन और मिनरल्स कम हो सकते हैं।
- दिल की बीमारी का खतरा – रिसर्च में पाया गया कि लंबे समय तक करने पर हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है।
- ब्लड शुगर की गड़बड़ी – खासकर डायबिटीज के मरीजों में शुगर का स्तर बहुत ज्यादा घट या बढ़ सकता है।
- मानसिक परेशानी – लगातार भूखे रहने से मूड खराब हो सकता है जिससे चिड़चिड़ापन और तनाव हो सकता है।
किन लोगों को इससे ज्यादा खतरा है?
जिन्हें ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, दिल की बीमारी, या हॉर्मोन की गड़बड़ी है उन्हें डॉक्टर से पूछे बिना इंटरमिटेंट फास्टिंग नहीं करनी चाहिए।
क्या सावधानी बरतनी चाहिए? (Precautions during Intermittent Fasting)
- इसे डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह से करें।
- लंबे समय तक लगातार फास्टिंग न करें।
- अपने खाने में हेल्दी चीजें शामिल करें और भरपूर पानी पिएं।
- अगर शरीर कोई सिग्नल दे रहा है (जैसे कमजोरी, चक्कर), तो नजरअंदाज न करें।
सभी पर नहीं करती काम
ऐसा माना जाता है कि इंटरमिटेंट फास्टिंग सभी के लिए सही नहीं है। कुछ लोगों को इससे फायदा हो सकता है लेकिन कुछ के लिए यह खतरनाक भी साबित हो सकता है। इसलिए अगर आप इसे शुरू करने की सोच रहे हैं तो पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।