स्वच्छता में फिर नंबर वन बना इंदौर, लगातार आठवीं बार रचा इतिहास
स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के नतीजों में इस बार भी इंदौर ने अपने आपको स्वच्छ साबित कर दिया। यह 8वां वर्ष है जब इंदौर स्वच्छता की दौड़ में अपना शीर्ष स्थान कायम किया हुआ है।

स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के नतीजों में इस बार भी इंदौर ने अपने आपको स्वच्छ साबित कर दिया। यह 8वां वर्ष है जब इंदौर स्वच्छता की दौड़ में अपना शीर्ष स्थान कायम किया हुआ है। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने इंदौर को यह सम्मान प्रदान किया है। इंदौर की इस सफलता ने पूरे मध्यप्रदेश को गौरवांवित किया है। जिससे प्रदेश में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है।
सबसे स्वच्छ राजधानी का दर्जा भोपाल को
सर्वेक्षण में गुजरात का सूरत दूसरा और महाराष्ट्र का नवी मुंबई तीसरे स्थान पर रहा है। वहीं देश की सबसे स्वच्छ राजधानी के तौर पर भोपाल को मान्यता मिली है।
सुपर स्वच्छ लीग में भी इंदौर का दबदबा
इस बार के सर्वेक्षण में शामिल 'सुपर स्वच्छ लीग' में भी इंदौर ने बाजी मारी। 23 शहरों की इस लीग में इंदौर सबसे अधिक अंकों के साथ पहले स्थान पर रहा। सूरत और नवी मुंबई यहां भी क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।
साफ-सफाई के लिए हर वर्ग की सहभागिता
इंदौर नगर निगम, सफाई कर्मचारियों और आम जनता के प्रयासों का नतीजा है कि शहर लगातार स्वच्छता में अव्वल बना हुआ है। जागरूकता अभियान, नवाचार और जनसहभागिता ने इंदौर को देश के सामने एक आदर्श मॉडल के रूप में स्थापित किया है।
मेयर और निगमायुक्त का नेतृत्व सराहनीय
इंदौर के मेयर पुष्यमित्र भार्गव और नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा के नेतृत्व में शहर ने यह मुकाम हासिल किया। राष्ट्रपति से सम्मान प्राप्त करने के बाद मेयर ने इजराइल से वीडियो संदेश में शहरवासियों को बधाई दी और उनकी भूमिका को सराहा।
इंदौर बना देश का स्वच्छता मॉडल
इंदौर अब स्वच्छता के क्षेत्र में एक प्रेरणास्रोत बन गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पहले इंदौर की तारीफ कर चुके हैं, यह कहते हुए कि जब देश के अन्य शहर कोई योजना बनाते हैं, तब तक इंदौर उसे अमल में ला चुका होता है। इंदौर का जनभागीदारी और नवाचार आधारित मॉडल अन्य शहरों के लिए उदाहरण बन चुका है।