रीवा: दो करोड़ की बीमा राशि के लिए दोस्त को जिंदा जलाया, बेटा मरा समझकर पिता ने कर दिया अंतिम संस्कार

मध्य प्रदेश के रीवा जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जिसमें पैसों के लिए एक युवक ने अपने ही दोस्त को जलाकर मार दिया।

Jul 15, 2025 - 14:17
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रीवा: दो करोड़ की बीमा राशि के लिए दोस्त को जिंदा जलाया, बेटा मरा समझकर पिता ने कर दिया अंतिम संस्कार
Friend burnt alive for insurance money of Rs 2 crore
 
मध्य प्रदेश के रीवा जिले में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जिसमें पैसों के लिए एक युवक ने अपने ही दोस्त को जलाकर मार दिया। इस पूरी क्राइम स्टोरी को पति-पत्नी ने मिलकर रचा। सुनील सिंह पटेल और उसकी पत्नी हेमा सिंह कर्ज से परेशान थे और इसी कर्ज से मुक्त होने के लिए उन्होंने बीमा की 2 करोड़ रुपए की राशि हड़पने के लिए अपनी ही कद-काठी के दोस्त विनय चौहान की हत्या कर दी। कर्ज से छुटकारा पाने के लिए ऐसी हैवानियत की विनय को जिंदा जलाकर सुनील के रूप में पेश किया। जिससे बीमा राशि मिल जाए। पुलिस ने दोनों ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। 
 

यूट्यूब में तलाशा अपनी परेशानी का हल 

सुनील और हेमा ने 45 लाख रुपए का कर्ज ब्यटी पार्लर और हार्वेस्टर के लिए लिया था। जिसकी किश्ते नहीं दे पा रहा था दंपत्ति। यही वजह है कि वे कुछ ऐसा करना चाहते थे कि उन्हें एक साथ ज्यादा पैसे मिल जाए और उनकी परेशानी खत्म हो जाए। इसके लिए वे बीमा की राशि कैसे मिल सकती है और वे क्या कर सकते हैं। इसके तरीके यूट्यूब पर सर्च करने लगे। ऐसी घटनाओं के वीडियो देखकर ही उन्हें इसे घटना की योजना बनाई। सुनील ने अपने ही जैसे दिखने वाले विनय की तलाश की, जो नशे का आदी था। रात के अंधेरे में कार में बैठाकर सिलेंडर का गैस छोड़ा और कपूर जलाकर कार में आग लगा दी, इस दौरान विनय की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। 
 

मां-बाप को भी अंधेरे में रखा

सुनील के पिता अवध बिहारी सिंह को पुलिस ने दुर्घटनाग्रस्त कार की जानकारी दी। ससुराल पक्ष ने बताया कि कार सुनील इस्तेमाल कर रहा था। हेमा ने शव की पहचान भी सुनील के रूप में की, जिससे पिता ने बेटे का अंतिम संस्कार भी कर दिया। लेकिन कुछ दिन बाद खबर मिली कि सुनील जीवित है और उसे किसी गांव में देखा गया। जब यह पुष्टि हुई, तो पिता स्तब्ध रह गए। उन्होंने बेटे के नाम से पीपल पर बांधा गया ‘घट’ भी विशेष विधि से उतरवाया।
 

पत्नी ने निभाई अभिनय की भूमिका

पूरी साजिश में हेमा की भूमिका भी बराबर की रही। उसने शोक जताने के लिए सिंदूर मिटाया, मंगलसूत्र उतारा और गुमसुम रहने का नाटक किया। पूछताछ में सामने आया कि सिलेंडर हेमा ने अपनी पार्लर वाली सहेली के बहाने खरीदा था। कार में आग फैलाने के लिए बॉडी स्प्रे और खराब टायर का इस्तेमाल भी किया गया।
 

पुलिस को पिता पर भी हुआ शक

जब यह खुलासा हुआ कि शव किसी और का था, तो पुलिस ने सुनील के पिता से भी कड़ी पूछताछ की। पिता ने बताया कि वे बेटे की मृत्यु मानकर भोज और शुद्धिकरण की तैयारियों में लगे थे। उन्हें भी इस धोखे की भनक नहीं थी।
 

परिवार की हालत

सुनील और हेमा के दो बच्चे हैं, जो स्कूल में पढ़ते हैं। परिवार ने मीडिया से बच्चों की फोटो या वीडियो न लेने की अपील की है।
 

पुलिस को भी कई बार मिला धोखा, आरोपी की चालाकी से जांच हुई उलझन में

 
जांच के दौरान सुनील ने स्वीकार किया कि उसने साजिश के तहत विनय को कार में बैठाकर ले गया था। इस दौरान पड़ोस में रहने वाली उसकी बुआ ने उसे किसी के साथ जाते हुए देख लिया और हेमा से पूछताछ की, लेकिन हेमा ने कुछ नहीं बताया। पुलिस को जांच में कई बार सुनील की चालाकी के चलते भ्रमित होना पड़ा। उसकी योजना इतनी सूक्ष्म और शातिर तरीके से रची गई थी कि पुलिस भी बार-बार भ्रम में पड़ती रही और सच्चाई तक पहुंचने में समय लग गया।