ग्लोबल डे ऑफ पेरेंट्स: क्या है इस दिन का महत्व, क्यों है यह दिन खास, यहां जानिए
हर किसी के लिए माता-पिता एक ऐसा शब्द है जिससे उनके काफी इमोशंस जुड़े हुए है। अगर आप किसी से पूछ लो की उनके अपने माता-पिता के बारे में कुछ बताइये तो पूरा दिन खत्म हो जाएगा लेकिन उनके बारे में बातें नहीं।

हर किसी के लिए माता-पिता एक ऐसा शब्द है जिससे उनके काफी इमोशंस जुड़े हुए है। अगर आप किसी से पूछ लो की उनके अपने माता-पिता के बारे में कुछ बताइये तो पूरा दिन खत्म हो जाएगा लेकिन उनके बारे में बातें नहीं। ऐसे में उनको याद रखते हुए 1 जून का दिन उनको समर्पित किया गया है।
इस दिन माता-पिता को करें धन्यवाद-
हर साल 1 जून को दुनियाभर में ग्लोबल डे ऑफ पेरेंट्स मनाया जाता है। यह दिन इसलिए भी खास है क्योंकि इस दिन हम उनके द्वारा किये गएयोगदान और उन सब का धन्यवाद कर सकते है जिसकी वजह से हम यह जिंदगी मिली है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि हमारे जीवन में पेरेंट्स की भूमिका कितनी अहम है। माता-पिता का प्रेम नि:स्वार्थ होता है , हर दिन वे अपने बच्चों को लेकर सपने सजाते है और उन्ही सपनो को साकार करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर देता है।
ग्लोबल डे ऑफ पेरेंट्स का इतिहास-
ग्लोबल डे ऑफ पेरेंट्स की शुरुआत 1994 में हुई थी। इससे पहले, 1980 के दशक में संयुक्त राष्ट्र ने परिवारों की भूमिका पर ध्यान केंद्रित करना शुरू किया था। इसके बाद, 1994 को अंतर्राष्ट्रीय परिवार वर्ष के रूप में घोषित किया गया। माता-पिता बच्चों के देखभाल और उनके विकास में अहम भूमिका निभाते हैं, इस पर जोर दिया गया। फिर, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 1 जून 2012 को इसे ग्लोबल डे ऑफ पेरेंट्स के रूप में मनाने का ऐलान किया। तब से यह दिन हर साल मनाया जाता है।
ग्लोबल डे ऑफ पेरेंट्स का महत्व
माता-पिता हमेशा अपने बच्चों के लिए खुद को भूल जाते है और उन्हें कभी भी किसी मुश्किलों का सामना नहीं करने देते। इसलिए, यह जरूरी है कि बच्चे भी माता-पिता का सम्मान करें और उनकी देखभाल उसी तरह करें जैसे वे बच्चों की करते हैं। यह दिन बच्चों को अपने माता-पिता के प्रति आभार व्यक्त करने, उनके प्रति प्रेम और सम्मान दिखाने का एक विशेष अवसर प्रदान करता है, साथ ही यह माता-पिता और बच्चों के रिश्ते को और भी मजबूत करता है।