मध्य प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती-2023 में बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है, जिसमें आधार आईडी से छेड़छाड़ कर परीक्षा में धोखाधड़ी की गई। पुलिस ने इस संगठित अपराध के मामले में अब तक 17 प्राथमिकी दर्ज की हैं और 12 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि इस घोटाले से कई गिरोह, विशेष रूप से बिहार के, जुड़े हुए हैं।
आरोपियों ने असली उम्मीदवारों की जगह सॉल्वर को परीक्षा में बैठाने के लिए आधार कार्ड की जानकारी में हेरफेर किया। परीक्षा के बाद, आधार डेटा को फिर से अपडेट कर दिया गया ताकि 2024 की शारीरिक दक्षता परीक्षा में असली उम्मीदवार हिस्सा ले सकें।
प्रमुख खुलासे:
17 एफआईआर दर्ज, 12 गिरफ्तारियां
बिहार के गिरोह इस गड़बड़ी में शामिल
सॉल्वर ने कई उम्मीदवारों की जगह परीक्षा दी
आधार कार्ड की जानकारी बार-बार बदली गई
जांचकर्ताओं के मुताबिक, एक सॉल्वर ने छह अलग-अलग उम्मीदवारों की ओर से परीक्षा दी, जिनमें से पांच का चयन हो चुका था, लेकिन जॉइनिंग से पहले ही फर्जीवाड़ा पकड़ा गया। इसी तरह, ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में दो सॉल्वरों ने 16 से अधिक उम्मीदवारों की परीक्षा दी और कई चयनित हो गए हैं।
पुलिस को शक है कि यह रैकेट पिछले कुछ वर्षों से राज्य में सक्रिय हो सकता है, और संभव है कि अन्य सरकारी भर्तियों में भी इसी तरह की तकनीक का इस्तेमाल किया गया हो। साथ ही, आधार केंद्रों और परीक्षा घोटाले नेटवर्क के बीच गठजोड़ की भी जांच की जा रही है। पुलिस इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है और अन्य संलिप्त लोगों की पहचान में जुटी है।