भारत का एक और कारनामा- बना चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था
नीति आयोग द्वारा 10वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठ के बाद इसके सीईओ बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने देश की अर्थव्यव्सथा पर टिप्पणी की है।

- जापान को पछाड़ा
- जर्मनी का स्थान लेने की तैयारी
नीति आयोग द्वारा 10वीं गवर्निंग काउंसिल की बैठ के बाद इसके सीईओ बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने देश की अर्थव्यव्सथा पर टिप्पणी की है। उन्होंने कहा, हम दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं। हम 4 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था हैं, और यह मेरा डेटा नहीं है। यह आईएमएफ का डेटा है। भारत आज जापान से बड़ा है। केवल संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन और जर्मनी ही हमसे बड़े हैं। अगर हम जो सोचा जा रहा है, उस पर टिके रहते हैं, तो अगले 2.5 से 3 वर्षों की बात है, हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे।
भारत ऐसे चरण में, जहा बहुत तेजी से जो रहा विकास-
सुब्रह्मण्यम ने आगे कहा, "भारत एक ऐसे चरण में है, जहां यह बहुत तेजी से विकास कर सकता है, जैसा कि अतीत में कई देशों ने किया है। भारत को अगले 20 से 25 वर्षों के लिए जनसांख्यिकीय लाभांश का वरदान मिला है, जिससे हम तेजी से विकास कर सकते हैं। प्रधानमंत्री ने सभी राज्यों से अपने स्तर पर विजन दस्तावेज तैयार करने का आह्वान किया है। इसमें भारत के विकास का खाका पहले से ही दिख रहा है। नीति आयोग के प्रमुख ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिक्र करते हुए कहा कि पीएम ने राज्यों से विकसित भारत का आह्वान इसलिए किया है, क्योंकि यह एक लंबी यात्रा है।
जितेंद्र सिंह बोले- पीएम मोदी को धन्यवाद
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने भी कहा कि भारत जापान से आगे निकलकर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। उन्होंने कहा कि विकसित भारत ने एक तेज कदम बढ़ाया है, एक बड़ी छलांग लगाई है! इसे संभव बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद।
IMF के आंकड़ों के अनुसार भारत की स्थिति-
IMF की वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक (अप्रैल 2024) रिपोर्ट के मुताबिक,
- भारत की नॉमिनल GDP साल 2026 तक 4187.017 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है, जो जापान के अनुमानित 4186.431 अरब डॉलर से कई अधिक है।
- मौजूदा रैंकिंग के अनुसार भारत अब आधिकारिक रूप से चौथे स्थान पर है।
- IMF और RBI दोनों ने 2025 के लिए 6.5% GDP ग्रोथ का अनुमान लगाया है, जो प्रमुख रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ती मांग और सरकारी योजनाओं के चलते संभव हो पा रहा है।
क्या GDP ही सब कुछ है-
हालांकि GDP के हिसाब से भारत शीर्ष चार में शामिल हो चुका है, लेकिन प्रति व्यक्ति आय के मामले में भारत अभी भी पीछे है। भारत की आबादी बहुत अधिक होने के कारण प्रति व्यक्ति आय मूल रूप से कम है। फिर भी, 1990 से 2023 के बीच भारत की प्रति व्यक्ति आय में औसतन 6.7% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जो जर्मनी (3.9%), जापान (2.8%), और अमेरिका (3.8%) की तुलना में कहीं अधिक है। हालांकि चीन की औसत ग्रोथ 10.3% रही है, जो सबसे तेज़ है।