एक गजब का इत्तेफाक- 27 साल पहले भी 11A सीट ने बचाई शख्स की जान, दोनों की एक ही दास्तां

साल 2025 का प्लेन क्रैश, क्रैश का एक लौता सर्वाइवर, 11A सीट ने बचाई जान। साल 1998 101 लोगों की मौत, वही 11A सीट 20 साल के शख्स की बची जान।

Jun 14, 2025 - 16:08
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एक गजब का इत्तेफाक- 27 साल पहले भी 11A सीट ने बचाई शख्स की जान, दोनों की एक ही दास्तां
An amazing coincidence- 27 years ago also seat 11A saved a man's life, both have the same story

गुजरात के अहमदाबाद में हुए प्लेन क्रैश ने सभी को हिला के रख दिया है। ऐसे में एक जानकारी सामने आई है जो किसी इत्तेफाक से काम नहीं है। साल 2025 का प्लेन क्रैश, क्रैश का एक लौता सर्वाइवर, 11A सीट ने बचाई जान। 
साल 1998 101 लोगों की मौत, वही 11A सीट 20 साल के शख्स की बची जान। अब इससे इतिफाक कहें , किस्मत कहें या फिर दोनों ?

रमेश विश्वास का चल रहा इलाज-

प्लेन क्रैश में इकलौते सर्वाइवर रमेश विश्वास का इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया कि वे 11ए सीट पर बैठे हुए थे और जब प्लेन क्रैश हुआ। प्लेन का दरवाजा टूटा और वे नीचे गिर गए। इससे उनकी जान बच गई है। 27 साल पहले 1998 में एक थाई एक्टर-सिंगर की जान बच गई थी। वह भी उसी सीट 11ए पर बैठे हुए थे जिस पर रमेश बैठे थे। ऐसे में लोगों के बीच 11ए सीट को लेकर तरह-तरह की चर्चाए तेज हो गई है। 

क्या है 1998 का हादसा-

थाईलैंड के एक्टर-सिंगर रुआंगसाक लोयचुसाक ने क्रैश के बारे में बताया कि उन्होंने जब एयर इंडिया प्लेन के  बारे में सुना तो उन्हें एक अजीब कोइंसिडेंस के बारे में पता चला है। उन्होंने बताया कि जब वे 20 साल के थे तब 11 दिसंबर 1998 में थाई एयरवेज की फ्लाइट नंबर TG261 प्लेन के साथ भी ऐसा हादसा हुआ था। उस वक़्त प्लेन में 146 सवार थे और 101 लोगों की मौत हो गई थी। 

सोशल प्लेटफॉर्म फेसबुक पर लिखी पोस्ट-

47 वर्षीय रुआंगसाक लोयचुसाक ने बताया कि जब उन्हें पता चला कि रमेश विश्वास नामक एक ब्रिटिश नागरिक एयर इंडिया की फ्लाइट नंबर AI171 हादसे में चमत्कारिक रूप से बच गया और वह हादसे के समय 11ए सीट नंबर पर बैठा तो उन्हें भी अपना अनुभव याद आ गया। इस मामले के बारे में जानकर उनके रोंगटे खड़े हो गए क्योंकि उनके साथ भी ऐसे ही हादसा हुआ था और वे भी सीट नंबर 11ए पर बैठे थे और उनकी जान भी एक चमत्कारिक रूप से बच गई थी। रुआंगसाक ने फेसबुक पर थाई भाषा में पोस्ट लिखा कर कहा,  "भारत में प्लेन हादसे में जीवित बचे व्यक्ति। वह मेरे ही तरह एक ही सीट पर बैठे थे। 11ए।"

रुआंगसाक ने 10 साल तक नहीं ली कोई फ्लाइट-

रुआंगसाक ने बताया कि उनके पास 1998 में बोर्डिंग पास नहीं था लेकिन न्यूजपेपर में उनकी सीट का नंबर भी 11ए बताया गया था। हालांकि मौत को करीब से देखने के बाद एक्टर ने कहा कि उन्हें वह हादसा आज भी एक बुरे सपने की तरह याद है जो वह सालों से झेल रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार एक्टर रुआंगसाक ने 10 साल तक किसी भी फ्लाइट में यात्रा नहीं की।

297 लोगों की जा चुकी है जान

आपको बता दे कि गुजरात के अहमदाबाद प्लेन क्रैश हादसे में 242 लोगों में से 241 लोगों की जान चली गई है। इसके साथ ही जिस मेडिकल कॉलेज के मेस पर प्लेन गिरा वहां आसपास मौजूद करीबन 56 लोगों की जान चली गई है।