कूनो से निकले पांच चीतों का झुंड पहुंच गया पूर्व विधायक के फार्म हाउस
श्योपुर के कूनो अभ्यारण्य से निकले पांच चीतों का एक झुंड पिछले दो दिनों से शिवपुरी जिले के अलग-अलग इलाकों में घूम रहा है।

श्योपुर के कूनो अभ्यारण्य से निकले पांच चीतों का एक झुंड पिछले दो दिनों से शिवपुरी जिले के अलग-अलग इलाकों में घूम रहा है। इसी दौरान ये चीते शिवपुरी के किरौली गांव में पूर्व विधायक जगदीश वर्मा के खेत पर पहुंच गए, जहां यह झुंड 24 घंटे से भी ज्यादा समय तक रुका रहा। पूर्व विधायक के बेटे और भाजपा नेता प्रद्युम्न वर्मा ने बताया कि जब उन्हें खेत में चीतों की मौजूदगी का पता चला, तो उन्होंने अपने मित्रों और रिश्तेदारों को भी बुला लिया और उन्हें खेत में इन चीतों को दिखाया। उन्होंने बताया कि यह चीते पूरे 24 घंटे उनके किरौली स्थित फार्महाउस के आसपास ही रहे।
इस दौरान इन चीतों ने रास्ते में मिलने वाली तीन भेड़ों का शिकार भी किया। प्रद्युम्न वर्मा के अनुसार, खेत के पास एक तालाब है जहां इन चीतों ने पानी भी पिया।
चीतों के दीदार के लिए बुलाए रिश्तेदार, फार्म हाउस बना आकर्षण का केंद्र
भाजपा नेता प्रद्युम्न वर्मा ने बताया कि उनका फार्म हाउस शिवपुरी जिले के किरौली गांव में स्थित है, जहां कूनो अभ्यारण्य से निकले पांच चीतों का एक झुंड आ पहुंचा। ये चीते 24 घंटे से भी अधिक समय तक उनके फार्म हाउस और आसपास के क्षेत्र में घूमते रहे। उन्होंने बताया कि आमतौर पर जब वे कूनो अभ्यारण्य जाते हैं तो कई बार चीते दिखाई नहीं देते, लेकिन इस बार भाग्य ऐसा रहा कि खुद उनके खेतों में चीतों का झुंड आ गया। इस अनोखे दृश्य को देखने के लिए उन्होंने अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को फार्म हाउस पर बुला लिया और सभी ने वहीं पर इन चीतों को देखा व तस्वीरें भी खींची।
चीतों की निगरानी में जुटे वन विभाग और पुलिस
इस घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों ने तुरंत वन विभाग और पुलिस को सूचित किया। अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची और चीतों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ उनकी लोकेशन पर नजर बनाए रखी।
कूनो से सटा है शिवपुरी का जंगल, चीतों का पहुंचना स्वाभाविक
शिवपुरी जिले का जंगल श्योपुर जिले के कूनो अभ्यारण्य से सीधे जुड़ा हुआ है, खासकर पोहरी तहसील का क्षेत्र कूनो से सटा है। यही कारण है कि यह चीते जंगल के रास्ते होते हुए किरौली, रामखेड़ी और ठर्रा जैसे गांवों तक पहुंच गए, जो शिवपुरी मुख्यालय से लगभग 10 किलोमीटर दूर हैं।