चीन और अमेरिका कर रहे शांति की अपील, हालातों को बेहतर बनाना जरूरी
चीन ने भारत और पाकिस्तान से आपसी तनाव को कम करने की अपील की है।

चीन ने भारत और पाकिस्तान से आपसी तनाव को कम करने की अपील की है। चीन का कहना है कि वह दोनों देशों की मौजूदा स्थिति पर गंभीर नजर बनाए हुए है और तनाव बढ़ने को लेकर चिंतित है। चीनी विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि वह भारत और पाकिस्तान से संयम बरतने, स्थिरता को प्राथमिकता देने और सभी मुद्दों को शांतिपूर्ण तरीकों से सुलझाने का आग्रह करता है।
चीन ने यह भी कहा कि दोनों देशों को ऐसे कदमों से बचना चाहिए जो हालात को और बिगाड़ सकते हैं, क्योंकि यह पूरे क्षेत्र की शांति और स्थिरता के लिए जरूरी है। इसके अलावा, अमेरिका समेत दुनिया के कई देशों ने भी भारत और पाकिस्तान से तनाव घटाने की अपील की है। भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद सीमा पर बढ़ती गोलीबारी और हवाई हमलों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित किया है और दुनिया इस स्थिति को लेकर गंभीर चिंता जता रही है। चीन ने यह संकेत भी दिया है कि वह इस मसले पर कोई रचनात्मक भूमिका निभाने को तैयार है।
अमेरिका ने भी भारत और पाकिस्तान से शांति बनाए रखने की अपील की है। शनिवार सुबह अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पाकिस्तान सेना प्रमुख असीम मुनीर से बातचीत की। इस बातचीत में उन्होंने दोनों देशों से तनाव कम करने के उपाय खोजने की सलाह दी और भविष्य में किसी भी टकराव से बचने के लिए रचनात्मक संवाद शुरू करने में अमेरिका की ओर से सहयोग की पेशकश की। अमेरिका का कहना है कि अब समय आ गया है कि भारत और पाकिस्तान हालात सुधारने की दिशा में कदम बढ़ाएं।
पिछले 20 दिनों से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर है। यह स्थिति पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद और गंभीर हो गई है। 22 अप्रैल को हुए इस हमले के करीब दो हफ्ते बाद, 6 मई की रात भारत ने पाकिस्तान पर मिसाइल हमले किए। इसके बाद शनिवार को भारतीय सेना ने एक और बड़ी कार्रवाई की, जिसमें पाकिस्तान के रावलपिंडी स्थित नूर खान एयर बेस, चकवाल के मुरीद एयर बेस और पूर्वी पंजाब के झंग जिले में स्थित रफीकी एयर बेस को निशाना बनाया गया। जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान ने 'फतह' मिसाइल के जरिए भारत पर हमला करने की कोशिश की, जो विफल रही। दोनों देशों द्वारा इस तरह के घातक हथियारों के इस्तेमाल ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंता बढ़ा दी है।