महाकालेश्वर मंदिर के नाम बनी फर्जी वेबसाइट से हो रही थी ठगी, एसपी ने की कार्रवाई
महाकाल मंदिर में आने वाले भक्तों से ऑनलाइन ठगी की जा रही थी। कुछ ऐसे वेबसाइट्स सक्रिय थी जो कस्टमर्स से ऑनलाइन बुकिंग के दौरान पैसों का भुगतान करा रही थीं।

विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए काफी भीड़ होती है। ऐसे में भक्तों के मन में यही एक सवाल उठता है कि हर चीज की एडवांस बुकिंग कराकर ही यहां जाना उचित होगा। यही वजह है कि इसमें भक्तों की मुसीबतें कम नहीं होती बल्कि बढ़ रही हैं। महाकाल मंदिर में आने वाले भक्तों से ऑनलाइन ठगी की जा रही थी। कुछ ऐसे वेबसाइट्स सक्रिय थी जो कस्टमर्स से ऑनलाइन बुकिंग के दौरान पैसों का भुगतान करा रही थीं और जब मौके पर कस्टमर्स पहुंच रहे थे तो उन्हें इस बात की जानकारी मिल रही थी कि उन्होंने फर्जी वेबसाइट से बुकिंग की थी।
एसपी ने खुद की जांच
महाकाल मंदिर के नाम से होने वाले फर्जीवाड़े को लेकर एसपी प्रदीप शर्मा ने खुद मोर्चा संभाला। जांच के दौरान पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी। उन्होंने ऐसी 7 वेबसाइट्स को चिन्हित किया जो मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं को ठग रही थी। महाकालेश्वर भक्त निवास के नाम से फर्जी वेबसाइट चल रही थी। इन वेबसाइट्स को तत्काल प्रभाव से बंद करवा दिया गया है। साथ ही तकनीकी टीम के माध्यम ले यह व्यवस्था भी की है कि भविष्य में भी इस नाम से फिर से अन्य वेबसाइस एक्टिव न हो। आईटी सेल और महाकाल थान पुलिस ने संयुक्त रूप से इस कार्रवाई को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
होटल बुकिंग ने नाम पर ठगी
श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में लाखों लोग दर्शन के लिए रोजाना पहुंचते हैं। वो यहां पर भीड़ से होने वाली असुविधा से बचने के लिए ऑनलाइन बुकिंग कराने में विश्वास रखते हैं। वहीं मंदिर के नाम पर बनी फर्जी वेबसाइट की बिना पहचान किए की गई बुकिंग के बाद उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है। ऑनलाइन बुकिंग के दौरान एडवांस पेमेंट लेकर दर्शनार्थियों के साथ धोखा किया जा रहा है। जब वे वेबसाइट संबंधित होटल में पहुंचे, तो उन्हें बताया गया कि उनकी कोई बुकिंग नहीं है। जहां से उन्होंने बुकिंग की थी वो फर्जी वेबसाइट थीं। जिसकी शिकायत सीएसपी कोतवाली राहुल देशमुख और महाकाल थाना प्रभारी गगन बादल को मिली और उन्होंने इस पर कार्रवाई की।
साइबर अपराधियों पर पुलिस की है नजर
ऑनलाइन ठगी की शिकायतें मिलने पर पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने सख्त कार्रवाई के निर्देश जारी किए। पुलिस अधीक्षक शर्मा के मार्गदर्शन में कोतवानी सीएसपी, महाकाल थाना पुलिस और उज्जैन आईटी सेल की संयुक्त टीम ने तत्परता से तकनीकी जानकारी जुटाकर इन वेबसाइटों की होस्टिंग, डोमेन रजिस्ट्रेशन और ब्राउजर गतिविधियों पर निगरानी रखी। साक्ष्यों की पुष्टि के बाद इन वेबसाइट्स को बंद कराया गया। साथ ही पुलिस ने लोगों से अपील की है इस तरह की फर्जी वेबसाइट से कोई बुकिंग न करें। बुकिंग करने के लिए मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट या गवर्मेंट की वेबसाइट का इस्तेमाल करें।