भगवान गणेश के स्वरूप में छिपा है जीवन जीने का अंदाज
7 सितंबर से बप्पा का आगमन होने जा रहा है। सनातन धर्म के अनुसार किसी भी कार्य के पहले गणेश जी पूज्यनीय हैं। इसलिए इन्हें आदिपूज्य भी कहते हैं। गणेश जी के स्वरूप में न केवल धार्मिक आस्था बल्कि सफल जीवन जीने का गहरा संदेश भी छुपा हुआ है।
 
                                    7 सितंबर से बप्पा का आगमन होने जा रहा है। सनातन धर्म के अनुसार किसी भी कार्य के पहले गणेश जी पूज्यनीय हैं। इसलिए इन्हें आदिपूज्य भी कहते हैं। गणेश जी के स्वरूप में न केवल धार्मिक आस्था बल्कि सफल जीवन जीने का गहरा संदेश भी छुपा हुआ है। उनके विभिन्न प्रतीकों में जीवन के कई महत्वपूर्ण पाठ समाहित हैं, जो हमें कठिनाइयों का सामना करने और जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।
गणेश जी का विशाल मस्तक - ज्ञान और विवेक का प्रतीक
गणेश जी का बड़ा मस्तक ज्ञान और विवेक का प्रतीक है। यह हमें सिखाता है कि जीवन में सफल होने के लिए हमें निरंतर सीखते रहना चाहिए और अपने ज्ञान का सही उपयोग करना चाहिए। विवेकशीलता और धैर्यपूर्ण निर्णय लेने से हम जीवन की चुनौतियों का सामना कर सकते हैं।
बड़ी आंखें- गहराई से देखने की क्षमता
गणेश जी की बड़ी आंखें हमें यह सिखाती हैं कि हमें जीवन में हर परिस्थिति को ध्यान से देखना चाहिए। सतही दृष्टिकोण से बचकर हमें हर पहलू का सूक्ष्म अवलोकन करना चाहिए, ताकि हम सही निर्णय ले सकें और गलतियों से बच सकें।
लंबे कान- सुनने का गुण
गणेश जी के लंबे कान यह संदेश देते हैं कि सफल होने के लिए सुनने का गुण बहुत आवश्यक है। हमें अपने चारों ओर की सूचनाओं, सलाहों और अनुभवों को सुनकर समझना चाहिए। यह गुण हमें दूसरों की भावनाओं को समझने में मदद करता है और हमें समाज में एक अच्छा स्थान दिलाता है।
मूषक वाहन- आत्मनियंत्रण का प्रतीक
गणेश जी का वाहन, मूषक, यह दर्शाता है कि जीवन में चाहे कितनी भी बड़ी समस्याएं क्यों न हों, हमें आत्म-नियंत्रण और धैर्य के साथ उन्हें संभालना चाहिए। यह हमें सिखाता है कि अनुशासन और धैर्य के साथ हम किसी भी परिस्थिति को नियंत्रित कर सकते हैं।
एकदंत- सहनशीलता और समर्पण का प्रतीक
गणेश जी का एकदंत यह संदेश देता है कि जीवन में कभी-कभी हमें सफलता पाने के लिए कुछ बलिदान देने पड़ते हैं। सहनशीलता और समर्पण से हम अपने लक्ष्य तक पहुंच सकते हैं।
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

 
                                                                                                                                             
                                                                                                                                             
                                             
                                             
                                             
                                             
                                             
                                             
                                             
                                             
                                            