अहमदाबाद प्लेन क्रैश के तीन चमत्कार- एक शख्स की बची जान, भागवत गीता निकली सुरक्षित और देरी ने दी नई जिंदगी
अहमदाबाद प्लेन क्रैश भारत के लिया एक ऐसा हादसा है जिसे लोग सालों तक नहीं भुला पाएंगे। यह हादसा उस वक्त हुआ जब प्लेन ने टेकऑफ किया और कुछ मिनट बाद ही वो क्रैश हो गया।

अहमदाबाद प्लेन क्रैश भारत के लिया एक ऐसा हादसा है जिसे लोग सालों तक नहीं भुला पाएंगे। यह हादसा उस वक्त हुआ जब प्लेन ने टेकऑफ किया और कुछ मिनट बाद ही वो क्रैश हो गया। हादसा एअर इंडिया की फ्लाइट AI-171 में हुआ। जानकारी के मुताबिक हादसा इतना भयंकर था की उसमें 242 लोगों में से 241 की मौत हो गई और विमान पूरी तरह तबाह हो गया। हादसे की चपेट में आकर कई आम लोगों ने भी अपनी जान गवा दी है। जिसके चलते मरने वालो कि संख्या 266 हो गई है। लेकिन हादसे होने के बाद एक ऐसी खबर सामने आई जिसने हर किसी को हैरत में डाल दिया।
अगर आप लोग चमत्कार में विश्वास करते है तो यह घटना उसका सबूत है कि चमत्कार होते है। अक्सर ऐसा कहा जाता है कि जिसकी मौत लिखी होती है वो उसके पास किसी भी तरह पहुंच जाती है लेकिन अगर अभी आपका वक़्त नहीं आया है तो चाहे कुछ भी हो जाए आप उस आपदा से निकल जाएंगे। इसी संदर्भ में अहमदाबाद में हादसे में तीन ऐसी घटनाए हुई है जिसने यह सोचने को मजबूर कर दिया है कि वाकई चमत्कार होते है।
आइये जानते है वो कौनसे तीन चमत्कार है जिसने हर किसी को हैरान हर दिया है।
1. पहला चमत्कार है भागवत गीता -
One passenger in the fateful #AirIndia flight was travelling with Bhagavad Gita , which is completely safe and has been found in the debris of the plane from the crash site.#AhmedabadPlaneCrash #Ahmedabad #AirIndiaPlaneCrash pic.twitter.com/g4kcdmIycl — Amitabh Chaudhary (@MithilaWaala) June 13, 2025
जी है भागवत गीता। प्लेन हादसे में जब सब कुछ जल गया एक टुकड़ा भी नहीं बचा ऐसे में विमान में एक शख्स द्वारा ले जा रही भागवत गीता को एक खरोच तक नहीं आई। किताब के एक-एक पन्ने, तस्वीरें और पूरी किताब एक दम सुरक्षित है।
2. दूसरा चमत्कार विश्वास रमेश-
Seat 11A. Amid the flames, the screams, and the silence that followed — one heartbeat remained. Vishwash Kumar Ramesh, the only survivor of the Ahmedabad plane crash.
A living miracle.#planecrash #Ahemdabad pic.twitter.com/2q1TtHm9x1 — Amar Singh Chouhan (@amar_4inc) June 12, 2025
विश्वास रमेश हादसे के वक़्त विमान के अंदर थे। विश्वास रमेश प्लेन में 11A सीट पर बैठे थे। ऐसा कहा जाता है कि कोई भी इस सीट पर नहीं बैठना चाहता क्योंकि यह सीट बीच में पढ़ती है। ऐसे में विश्वास अहमदाबाद हादसे वाले दिन 11A नंबर की सीट बैठे थे जो कि इमरजेंसी विंडो वाली सीट थी।
हादसे के वक्त जब विमान क्रैश हुआ और जब आग लग गई उस वक्त वहां का तापमान काफी बढ़ गया था। ऐसे में विश्वास रमेश का क्रैश में जिंदा बचना और खुद पैदल चलकर वहां से बाहर आना अविश्विनीय सा लगता है। लेकिन विश्वास रमेश ने बताया कि उनकी आंखों के सामने लोग मर रहे थे। विमान में आग लग गई थी, लेकिन वह विमान से बाहर निकल आए और बच गए।
3. तीसरा चमत्कार गुजरात की भूमि चौहान का है-
भूमि चौहान गुजरात के भरूच में रहती है। भूमि ने बताया कि वो दो साल पहले भारत में छुट्टियां मनाने आई थी। और गुरुवार को उन्हें वापस लंदन लौटना था। लेकिन अहमदाबाद एयरपोर्ट पर ट्रैफिक जाम के चलते वह चेक-इन गेट पर समय से 10 मिनट लेट पहुंची जिसके चलते उन्हें बोर्डिंग कि अनुमति नहीं दी गई और उन्हें वापिस लौटने पड़ा। परंतु कुछ समय बाद जब उन्हें जानकारी मिली कि वही विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया है वे एक दम स्तब्ध रह गईं। भूमि ने इस घटना को डरावना बताते हुए कहा कि यह सब देवी मां की कृपा से संभव हुआ जिसने उन्हें सुरक्षित रखा। उन्होंने कहा मैं अपनी देवी मां का शुक्रिया अदा करती हूं कि मैं सुरक्षित हूं लेकिन यह घटना बेहद भयावह है।