32 साल बाद गुजरात में बाघ की मौजूदगी ने सभी को किया उत्साहित 

32 साल बाद गुजरात पर बाघ होने की पुष्टि हुई है। जिससे वन्य अधिकारियों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है।

May 24, 2025 - 16:58
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32 साल बाद गुजरात में बाघ की मौजूदगी ने सभी को किया उत्साहित 
The presence of tiger in Gujarat after 32 years has excited everyone

 
गुजरात में चल रहे प्रोजेक्ट लॉयन के अंतर्गत किए गए प्रयासों के नतीजे देखने को मिल रहे हैं। जो पूरे गुजरात राज्य को गौरवांवित कर रहा है। हाल ही में यहां पर हुई गणना के मुताबिक राज्य में शेरों की संख्या में बढ़ोत्तरी देखने को मिली है। ऐसे में यहां पर बाघ की मौजूदगी ने वन्य अधिकारियों को खुश कर दिया है। अब कयास लगाई जा रही है कि यदि यह बाघ इसी राज्य में निवास करता है, तब गुजरात एक मात्र ऐसा राज्य होगा जहां पर शेर, बाघ और तेंदुआ तीनों ही एक साथ निवास करेंगे। यह बात अपने आप में बेहद खास है। 32 साल बाद यहां पर बाघ होने की पुष्टि हुई है। जिससे वन्य अधिकारियों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। राज्य में हुई गणना के मुताबिक 891 शेरों की  मौजूदगी की पुष्टि हुई है। 

सोशल मीडिया पर दी जानकारी 


गुजरात के वन्य विभाग ने इस नर बाघ को गुजरात के दाहोद जिले के देवगढ़ बारिया इलाके में स्पॉट किया है। भारतीय वन सेवा के अधिकारी सुशांत नंदा ने सोशल मीडिया एक्स पर जानकारी देते हुए बताया कि यह नर बाघ पिछले कई दिनों से देवगढ़ की पहाड़ियों में रह रहा है। वन्य विभाग द्वारा उसके हर एक मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि 32 साल बाद बाघ देखने को मिला है, जो एक शुभ संकेत है। वन्य  विभाग द्वारा बाघ व अन्य लोगों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। बाघ को संरक्षित करने के लिए भी लगातार प्रयास जारी हैं। यह गौरव की बात है साथ ही 26 मई को पीएम मोदी अपने गृह राज्य के दौरे पर हैं। ऑपरेशन सिंदूर के बाद बाघ की मौजूदगी ने हर किसी को उत्साह से भर दिया है।