सोनम के पिता के पैसों से ही किलर को दी गई थी सुपारी, सोनम ने राजा की जान लेने के लिए 14 लाख नहीं बल्कि 20 लाख देने का वादा किया

सोनम ने राजा की हत्या के लिए 14 लाख रुपए की सुपारी दी थी, लेकिन जब किलर खाई के लिए सीढ़िया चढ़ रहे थे, तभी वो थक गए और राजा को मारने में आनाकानी करने लगे।

Jun 10, 2025 - 17:12
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सोनम के पिता के पैसों से ही किलर को दी गई थी सुपारी, सोनम ने राजा की जान लेने के लिए 14 लाख नहीं बल्कि 20 लाख देने का वादा किया
The killer was given the contract from Sonam's father's money Sonam promised to give 20 lakhs instead of 14 lakhs for killing Raja

हनीमून की आड़ में मौत की साजिश रचने वाली सोनम रघुवंशी को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। एक सावित्री थी जिसने मौत के मुंह से अपने पति को निकाल कर ले आई थी और एक कलयुगी पत्नी सोनम है जिसने अपने ही पति को मौत के घाट उतार दिया। सवाल यह उठता है कि यदि सोनम को राजा से शादी नहीं करना था, तो मना कर देती। उसकी जान तो नहीं लेती। यदि उसने थोड़ा सा भी इस बारे में सोचा होता था आज राजा अपने परिवार के साथ होता और खुश होता। सोनम ने राजा की हत्या के लिए 14 लाख रुपए की सुपारी दी थी, लेकिन जब किलर खाई के लिए सीढ़िया चढ़ रहे थे, तभी वो थक गए और राजा को मारने में आनाकानी करने लगे। 

तभी सोनम ने थकने का बहाना करके उनको पीछे रोका और चिल्लाया कहा 20 लाख रुपए दूंगी उसे मारो अभी। तब तीन हत्यारों ने 400 रुपए से दाओ हथियार खरीदा और राजा पर कई वार किए। खाई में फेंकने के लिए सोनम ने उनकी मदद की। राजा का मोबाइल भी सोनम ने ही तोड़ा इतना ही नहीं राजा के जेब से 15 हजार रुपए निकाल आरोपियों को दिए। राजा की सोने की चेन, अंगूठी और पर्स भी गायब किया। 

सोनम की प्लानिंग में फिरा पानी 


सोनम ने प्लानिंग की थी कि राजा की हत्या करके उसकी विधवा बन जाऊंगी और फिर उसे लोगों की सहानुभूति मिलेगी। कुछ दिन बाद इस विधवा का हाथ थामने राज कुशवाह आएगा और वो सबकी नजरों में हीरो बन जाएगा। इससे उनकी लव स्टोरी पूरी हो जाएगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं राज जो अब तक इस पूरे घटनाक्रम में कहीं नहीं था। वो राजा के अंतिम संस्कार में सोनम के पिता को संभाल रहा था। सोनम और राजा के लापता होने के बाद लगातार सोनम के पिता देवी सिंह के संपर्क में था। उनकी हर संभव मदद कर रहा था। किसी को भी जरा भी शक नहीं था कि राज इस मर्डर में शामिल हो सकता है। 

दुनिया के सामने दीदी थी महबूबा 


राज कुशवाहा जो कि सोनम के पिता की कंपनी में अकाउंटेंट था और सोनम उसी कंपनी में एचआर थी। दोनों बेहद करीब थे। राज सोनम से पांच साल छोटा था इसलिए पिता भी कभी इनके बीच के रिश्ते को भांप नहीं पाए। राज सोनम को दुनिया के सामने दीदी कहता था, लेकिन असल में वो उसकी महबूबा थी। सोनम के पिता को दिल की बीमारी थी, इसलिए सोनम ने राजा से शादी करने से इनकार नहीं किया, लेकिन शादी के साथ उसने अपना मास्टरमाइंड प्लान बनाना शुरू कर दिया। जबरदस्ती हनीमून में ले जाने के पहले ही मर्डर मिस्ट्री का प्लान बना लिया था। 

राज ने सोनम के पिता के पैसों से ही सुपारी दी। आकाश राजपूत, विशाल चौहान और आनंद कुर्मी को हत्या के लिए राज ने ही राजी किया था। हनीमून पर लाने से पहले 6 घंटे सोनम की राज से फोन पर बात हुई और पूरा प्लान तैयार हुआ। 80 हजार रुपए देकर तीनों किलर को मेघालय के लिए रवाना किया गया। सोनम के खाते में 16 लाख रुपए थे, जिसमें से नौ लाख रुपए का ट्रांजेक्शन किसी को किया गया। सोनम अपने सारे जेवरों को हनीमून पर लेकर गई थी। जिनका अभी तक पता नहीं चल पाया है कि ज्वेलरी का क्या हुआ। 

मेघालय पुलिस पर उठे कई सवाल 


सोनम और राजा की तलाश को लेकर मेघालय पुलिस पर लापरवाही करने जैसे कई सवाल उठाए गए। यहां तक की सोनम के पिता ने पुलिस पर झूठी कहानी गढ़ने और सोनम को फंसाने का भी आरोप लगा दिया था। राजा का शव बरामद होने के सात दिन में ही पुलिस ने इस पूरे हत्याकांड से पर्दाफाश कर दिया। मेघालय पुलिस लगातार इंदौर पुलिस के  संपर्क में थी और अपने स्तर पर जांच कर रही थी। सोनम के कॉल डिटेल्स और लोकल गाइड के बयान से पुलिस को इस बात पर यकीन हो गया था कि राजा की हत्या स्थानीय लोगों ने नहीं की है। जिसके बाद परतें खुलती गई और सोनम का घिनौना सच सबके सामने आ गया। 

प्रेमी के गिरफ्तार होने के बाद सोनम को नहीं दिखा कोई रास्ता 


ईस्ट खासी हिल्स के एसपी विवेक सिएम का दावा है कि इंदौर से दो आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद सोनम खुद ही गाजीपुर में सामने आ गई, क्योंकि उसका प्लान ध्वस्त हो चुका था। इसके बाद एक-एक कर परतें खुलने लगीं और राज कुशवाह की इस कहानी में एंट्री हुई। जो अब तक इस कहानी से गायब था। राज की गिरफ्तारी के बाद से कई बड़े खुलासे हुए। मेघालय पुलिस सोनम को पटना से लेकर रवाना हो चुकी है। दूसरी टीम भी राज कुशवाह समेत दो आरोपियों को इंदौर से ट्रांजिट रिमांड पर ले चुकी है। हत्या के बाद दो आरोपी वापस इंदौर आ गए थे। सोनम वहीं पर थी। सोनम को बांग्लादेश भेजने का प्लान था, लेकिन अपने साथियों की गिरफ्तारी के बाद सोनम के पास कोई और रास्ता नहीं बचा। मजबूरन सोनम ने खुद को गाजीपुर में सरेंडर कर दिया।