मैहर की प्रियल द्विवेदी ने 12वीं बोर्ड में किया टॉप
मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE) द्वारा 12वीं के परीक्षा परिणाम घोषित किए जाने पर मैहर जिले के अमरपाटन की प्रियल द्विवेदी ने पूरे प्रदेश में अपना परचम लहराया है।

मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE) द्वारा 12वीं के परीक्षा परिणाम घोषित किए जाने पर मैहर जिले के अमरपाटन की प्रियल द्विवेदी ने पूरे प्रदेश में अपना परचम लहराया है। प्रियल ने कुल 500 में से 492 अंक प्राप्त कर न केवल मैहर, बल्कि पूरे मध्य प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल किया है। एक सामान्य परिवार से ताल्लुक रखने वाली प्रियल की यह ऐतिहासिक उपलब्धि उन सभी विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा बन गई है, जो बड़े सपने देखने के साथ उन्हें पूरा करने का साहस भी रखते हैं। आइए जानते हैं एमपी बोर्ड की 12वीं परीक्षा में रिकॉर्ड बनाने वाली प्रियल द्विवेदी की कहानी।
साधारण परिवार की प्रियल ने किया कमाल
शासकीय कन्या विद्यालय अमरपाटन की छात्रा प्रियल द्विवेदी, जो गणित विषय की परीक्षार्थी थीं, ने मेहनत और लगन से पूरे मध्य प्रदेश में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। प्रियल के पिता, पुण्डरीकाक्ष द्विवेदी, एक सरकारी विद्यालय में शिक्षक हैं और उनकी मां अर्चना द्विवेदी एक गृहिणी हैं। प्रियल का एक बड़ा भाई भी है। साधारण पृष्ठभूमि से आने के बावजूद, प्रियल ने अपनी मेहनत से प्रदेशभर में टॉप कर एक मिसाल कायम की है।
IAS बनने का है सपना
प्रियल एक आईएएस ऑफीसर के रूप में अपनी पहचान बनाना चाहती हैं। कक्षा दसवीं में मिली इस सफलता ने उनके इरादों को और बी मजबूत कर दिया है। वे आगे भी इसी तरह से परिश्रम कर अपने मुकाम को हासिल करना चाहती हैं।
सफलता के पीछे परिवार और गुरुओं का सहयोग
प्रियल ने बताया कि इस सफलता के लिए सिर्फ उन्होंने ने ही मेहनत नहीं की है, बल्कि अभिभावकों का भी साथ मिला है। शिक्षकों ने भी मार्गदर्शन किया है। नियमित पढ़ाई और हर विषय को बराबर का समय देकर ही सफलता हासिल की है।
बधाई देने वालों की लगी लंबी कतार
रिजल्ट घोषित होते ही प्रियल द्विवेदी के घर पर बधाई देने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। स्कूल प्रशासन, शिक्षक, रिश्तेदारों से लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधियों तक सभी ने पहुंचकर प्रियल को उसकी उपलब्धि के लिए शुभकामनाएं दीं। इसके अलावा, स्कूल में भी प्रियल का विशेष रूप से सम्मान किया गया।
ग्रामीण छात्राओं के लिए बनी मिसाल
प्रियल द्विवेदी की यह उपलब्धि खासतौर पर ग्रामीण इलाकों की लड़कियों के लिए एक मजबूत प्रेरणा बनकर उभरी है। उन्होंने यह दिखा दिया कि यदि लगन, अनुशासन और आत्मविश्वास के साथ प्रयास किया जाए, तो कोई भी मंजिल दूर नहीं रहती।
विंध्य क्षेत्र की गौरव बनीं प्रियल
मैहर की होनहार छात्रा प्रियल द्विवेदी आज पूरे विंध्य क्षेत्र का गर्व बन चुकी हैं। लोग अब उम्मीद कर रहे हैं कि यह प्रतिभाशाली छात्रा भविष्य में प्रशासनिक सेवा में जाकर समाज और देश के विकास में अहम भूमिका निभाएगी।