मध्यप्रदेश में आया मानसून- झमाझम भीगा प्रदेश, इन जिलों में अलर्ट जारी
प्रदेश में इस बार मानसून एक दिन देरी से पंहुचा लेकिन उसने अपनी हाजरी ऐसी दी कुछ समय में सब जगह छा गया। मौसम विभाग ने शुक्रवार को बताया की पूरे प्रदेश में मानसून की दस्तक हो चूंकि है।

प्रदेश में इस बार मानसून एक दिन देरी से पंहुचा लेकिन उसने अपनी हाजरी ऐसी दी कुछ समय में सब जगह छा गया। मौसम विभाग ने शुक्रवार को बताया की पूरे प्रदेश में मानसून की दस्तक हो चूंकि है। मानसून सबसे आखिर में भिंड और मऊगंज में पंहुचा। बीते 24 घंटों में लगभग सभी जिलों में बारिश हुई हुई। 20 जिलों में 2 से 3 इंच तक बारिश हुई। राजधानी भोपाल में बादल तो रहे, लेकिन बारिश नहीं हुई।
अगले 5 दिन जोरदार बारिश के आसार-
मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे के मुताबिक राजस्थान के ऊपर हवा के ऊपरी हिस्से में चक्रवात बना हुआ है और पंजाब से असम तक एक मौसम रेखा फैली है जो मध्यप्रदेश से होकर गुजर रही है। ये सभी कारण है जिससे अगले 5 दिनों में अच्छी बारिश की आशंका हैं।
भारी बारिश की चेतावनी-
प्रदेश के इन जिलों में भरी बारिश की चेतावनी दी गई है, जिसमें अशोकनगर, शिवपुरी, नर्मदापुरम, बैतूल, ग्वालियर, गुना, दतिया, भिंड, मुरैना, पन्ना, श्योपुर, शहडोल, नरसिंहपुर, डिंडोरी, छिंदवाड़ा, दमोह, सागर शामिल है।
आंधी और बारिश की संभावना-
भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, हरदा, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, अनूपपुर, उमरिया, कटनी, जबलपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, मैहर, पांढुर्ना।
बिजली की मांग में गिरावट
बारिश के बाद तापमान में गिरावट देखि गई है जिसके चलते बिजली की मांग में भी कमी देखि गई है। पहले जहां 13,000 मेगावॉट बिजली की जरूरत पड़ती थी वही अब यह घटकर 9,000 मेगावॉट रह गई है। बिजली कंपनियां अब अपनी पूरी क्षमता से आधी बिजली ही बना रहे हैं।