मॉक ड्रिल : चारों तरफ धुआं, एम्बुलेंस के सायरनों की गूंज, चौंक उठे लोग

भारत-पाकिस्तान के तनावपूर्ण हालातों के बीच जबलपुर में मॉक ड्रिल की गई, इस मॉक ड्रिल के जरिए ज़िला प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, बिजली महकमा, नगर निगम और अन्य सरकारी विभागों ने अपनी तैयारी को बेहद करीब से परखा।

May 7, 2025 - 17:32
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मॉक ड्रिल : चारों तरफ धुआं, एम्बुलेंस के सायरनों की गूंज, चौंक उठे लोग
Mock drill: Smoke all around, ambulance sirens echoing, people were shocked
  • विस्फोट का सीन क्रिएट कर जबलपुर में की गई मॉक ड्रिल
  • जबलपुर के समदड़िया मॉल में प्रशासन ने की आपात हालातों से निपटने की रिहर्सल

तेज धमाके के साथ विस्फोट उसके बाद चारों तरफ धुआं ही धुआं, एक तरफ एंबुलेंस के सायरनों की आवाज तो दूसरी ओर फायर ब्रिगेड की एक के बाद एक आ रही कई गाड़ियों के बीच भारी पुलिस बल की मौजूदगी ने हर किसी को चौंका दिया। यह नजारा था जबलपुर के सिविक सेंटर इलाके के समदड़िया मॉल के मुख्य प्रवेश द्वार का। भारत-पाकिस्तान के तनावपूर्ण हालातों के बीच जबलपुर में मॉक ड्रिल की गई, इस मॉक ड्रिल के जरिए ज़िला प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, बिजली महकमा, नगर निगम और अन्य सरकारी विभागों ने अपनी तैयारी को बेहद करीब से परखा।

जबलपुर के चार जगहों पर मॉक ड्रिल-

देशव्यापी आह्वान के तहत जबलपुर के चार जगहों को मॉक ड्रिल के लिए चुना गया, सबसे पहले सिविक सेंटर के समदड़िया मॉल में मॉक ड्रिल की गई, यहां नजारा कुछ इस तरह का क्रिएट किया गया जैसे भारी विस्फोट हुआ हो विस्फोट के बाद बनने वाले हालातों और प्रशासन द्वारा किए जाने वाले राहत और बचाव कार्यों को मॉक ड्रिल के जरिए परखने की कोशिश की गई। विस्फोट के बाद कुछ घायलों को अस्पताल पहुंचाने, आसपास के इलाकों को सील करने, संदिग्ध और घातक बमों की खोजबीन के सीन को क्रिएट कर अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपनी मुस्तैदी का परिचय दिया।

हर तरह की परिस्थिति के लिए है तैयार-

भारत-पाकिस्तान के तनावपूर्ण हालातों को देखते हुए पूरे देश के साथ मध्य प्रदेश के पांच शहरों में मॉक ड्रिल के निर्देश दिए गए थे, जबलपुर में की गई इस मॉक ड्रिल के दौरान जिला कलेक्टर दीपक सक्सेना एसपी संपत उपाध्याय के अलावा तमाम अधिकारी पूरे समय मौजूद रहे और उन्होंने अधिकारियों की मुस्तैदी और उनके द्वारा आपात हालातों से निपटने के लिए किए जाने वाले कार्यों को बेहद करीब से देखा और समय-समय पर उन्हें निर्देशित भी किया। अधिकारियों का दावा है कि यह महज मॉक ड्रिल है लेकिन यदि वास्तविक रूप से इस तरह के हालात निर्मित होते हैं तो उसके लिए भी सरकार की एजेंसियां पूरी तरह से तैयार हैं।