जलगांव ट्रेन हादसा:अफवाह के चलते कई लोगों ने गंवाई जान, अब तक 13 की मौत

उत्तरी महाराष्ट्र के जलगांव जिले में बुधवार शाम एक ट्रेन में आग की अफवाह फैली। इसके बाद यात्री दहशत में आए। घबराए यात्रियों ने ट्रेन से बाहर कूदना शुरू कर दिया।

Jan 23, 2025 - 15:46
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जलगांव ट्रेन हादसा:अफवाह के चलते कई लोगों ने गंवाई जान, अब तक 13 की मौत
Jalgaon train accident: Many people lost their lives due to rumours, 13 dead so far

उत्तरी महाराष्ट्र के जलगांव जिले में बुधवार शाम एक ट्रेन में आग की अफवाह फैली। इसके बाद यात्री दहशत में आए। घबराए यात्रियों ने ट्रेन से बाहर कूदना शुरू कर दिया। इस दौरान पटरी पर उतरे कुछ यात्री पास की पटरी पर विपरीत दिशा से आ रही दूसरी ट्रेन की चपेट में आ गए। अधिकारियों ने बताया की इस हादसे में कम से कम 13 यात्रियों की मौत होने की जानकारी है।

पुष्पक एक्सप्रेस में आग की अफवाह-

रेल अधिकारियों के मुताबिक हादसा उस समय हुआ, जब 12533 लखनऊ-मुंबई पुष्पक एक्सप्रेस में सवार यात्री आग लगने के डर से जल्दबाजी में बगल की पटरियों पर कूद गए और बंगलूरू से दिल्ली जा रही कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में आ गए। दुर्घटना में 15 अन्य यात्री घायल हो गए। दुर्घटना उत्तर महाराष्ट्र के जलगांव जिले के पचोरा कस्बे के निकट माहेजी और परधाड़े स्टेशन के बीच हुई। हालांकि, रेलवे बोर्ड के सूचना एवं प्रचार विभाग के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार ने इस बात से इनकार किया कि डिब्बे के अंदर किसी चिंगारी या आग के कारण यात्रियों ने अलार्म बजाया। उन्होंने बताया कि हमें जो सूचना मिली है उसके अनुसार कोच में कोई चिंगारी या आग नहीं देखी गई। इस बीच स्विटजरलैंड के दावोस से एक वीडियो संदेश में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ट्रेन में कुछ यात्रियों ने गलती से मान लिया कि ट्रेन से धुआं निकल रहा है और वे कूद गए। दुर्भाग्य से वे दूसरी ट्रेन की चपेट में आ गए। 

मृतकों और घायलों को मुआवजा-

मुख्यमंत्री के अलावा रेलवे बोर्ड ने अलग से मृतकों के परिजनों को 1.5-1.5 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपये और मामूली रूप से घायल लोगों के लिए 5,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। जलगांव जिला सूचना अधिकारी युवराज पाटिल ने बताया कि इस हादसे में 12 यात्रियों की मौत हो गई और 15 अन्य घायल हो गए। रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि पुष्पक एक्सप्रेस महज 15 मिनट में ही घटनास्थल से रवाना हो गई, जबकि कर्नाटक एक्सप्रेस को दुर्घटना के 20 मिनट के भीतर ही हटा दिया गया।

यात्रियों ने बताई आपबीती-

एक यात्री ने मीडिया को बताया कि जब ब्रेक लगाए गए तो कुछ यात्रियों ने ट्रेन के पहियों से चिंगारियां निकलती देखीं, जिसके बाद वे घबरा गए। फिर कुछ यात्रियों ने आपातकालीन चेन खींच दी और पटरी पर उतर गए, जिसके कारण यह दुर्घटना हुई। पचोरा निवासी सलमान पठान ने बताया कि उन्होंने पटरियों पर क्षत-विक्षत शव देखे।

हादसे की वजह क्या?

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि प्रथम दृष्टया सामने आया है कि घुमावदार ट्रैक होने के कारण कर्नाटक एक्सप्रेस की दृश्यता प्रभावित हुई। जिसके चलते ये हादसा हुआ। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, रेलवे के ट्रंक रूट के अंतर्गत आने वाले इस सेक्शन पर ट्रेनें 100 किमी प्रति घंटे से अधिक की रफ्तार से चलती हैं। जानकारी देते हुए अधिकारियों ने  बताया कि दोनों ट्रेनों के ड्राइवरों ने प्रोटोकॉल का पालन किया। साथ ही उन्होंने दुर्घटना से बचने की पूरी कोशिश की।