देशभर में कोरोना का कहर- एक दिन में आए 500 से अधिक मामले,7 ने गंवाई जान
भारत में भी कोरोना की दस्तक हो चुकी है। पिछले एक महीने से जहां जैसे-जैसे आकंड़े बढ़ते जा रहे है वैसे-वैसे लोगों की चिंता भी बढ़ती जा रही है। एक बार फिर लोगों को संक्रमण का डर सता रहा है।

दुनियाभर में कोरोना की लहर एक बार फिर से कहर मचा रही है। एक तरफ जहा आकड़ो में इजाफा देखने को मिल रहा है वही दूसरी तरफ इससे लोगों की मौत भी हो रही है। ऐसे में भारत में भी कोरोना की दस्तक हो चुकी है। पिछले एक महीने से जहां जैसे-जैसे आकंड़े बढ़ते जा रहे है वैसे-वैसे लोगों की चिंता भी बढ़ती जा रही है। एक बार फिर लोगों को संक्रमण का डर सता रहा है।
एक दिन के अंदर 511 नए सक्रिय मामले-
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कोविड डैशबोर्ड पर दी गई जानकारियों के अनुसार 22 मई को देश में कुल एक्टिव केस 257 थे जो 10 दिनों के भीतर ही अब बढ़कर 2710 हो गए हैं। एक दिन के भीतर ही 511 नए सक्रिय मामले सामने आए हैं और 7 लोगों की मौत हुई है। वही अगर बात करे कराल की तो वहा पर भी मरीजों की संख्या बढ़कर 1147 हो गई है। महाराष्ट्र में 424 मामले जबकि दिल्ली में 294 सक्रिय मामले हैं।
इस बार का वैरिएंट अति संक्रामक-
जिस रफ़्तार से कोरोना देशभर में बढ़ रहा है यह निश्चित ही लोगों केमन में डर पैदा कर रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ पहले से ही कहते रहे हैं कि इस बार फैल रहा वैरिएंट अति संक्रामक है, हालांकि इसकी गंभीरता कम है। चिंताजनक बात ये है कि अगर ये संक्रमण किसी आबादी में फैलना शुरू होता है तो वहां के लोग तेजी से इसकी चपेट में आ सकते है। ये स्थिति उन लोगों के लिए दिक्कतें बढ़ाने वाली और गंभीर भी हो सकती है जो 65 साल से अधिक उम्र के हैं, कोमोरबिडिटी (एक से अधिक क्रॉनिक बीमारियों का शिकार) हैं या फिर गर्भवती हैं।
क्यों बढ़ रहे मौत के मामले-
इस बार कोरोना के मामले जानलेवा भी साबित हो रहे हैं। हालांकि आंकड़ों पर नजर डालें तो पता चलता है कि संक्रमण से मरने वाले ज्यादातर लोग वे हैं जिन्हें पहले से कोई क्रॉनिक बीमारी रही है या फिर जिन लोगों की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर रही है।
महाराष्ट्र में दो की गई जान-
जिन राज्यों में सबसे ज्यादा मौतें दर्ज की गईं है उनमें महाराष्ट्र सबसे आगे है। महाराष्ट्र में दो लोगों की जान गई है। पहला मामला 67 वर्षीय व्यक्ति के मौत का है जिसे पहले से एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम की शिकायत थी, इसके अलावा वह निमोनिया और मधुमेह से भी पीड़ित था। वहीं दूसरा मामला 21 वर्षीय पुरुष का है जो डायबिटिक कीटोएसिडोसिस का शिकार था जिसे बाद में रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन भी हो गया था।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने भी कोरोना के बढ़ते जोखिमों को देखते हुए सभी लोगों को संक्रमण से अपने आप को बचने की सलाह दी है। भले ही आप युवा हैं और इम्युनिटी सिस्टम ठीक है फिर भी कोरोना से बचाव के लिए निरंतर प्रयास करते रहें।
क्या सावधानियां बरतनी जरूरी-
-भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचे
-मास्क लगाए, हाथों को अच्छे से धोए और जरुरी सावधानी बरते
-अगर आपके घर में कोई बुजुर्ग या गर्भवती है तो अतिरिक्त सावधानी बरतें। उनसे मिलने से पहले हाइजीन का विशेष ध्यान रखें, विशेषतौर पर कहीं बाहर से आने के बाद।
-65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को अतिरिक्त सुरक्षा देने के लिए बूस्टर डोज के लिए अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए