सीजफायर से पहले दोनों देशों के बीच हुआ समझौता
रूस और यूक्रेन के बीच लंबे समय से युद्ध चल रहा है। ऐसे में सीजफायर होने से पहले एक बड़ा समझौता किया गया है।
 
                                    कैदियों की अदला-बदली को लेकर बड़ा समझौता
रूस और यूक्रेन के बीच लंबे समय से युद्ध चल रहा है। ऐसे में सीजफायर होने से पहले एक बड़ा समझौता किया गया है। इससे दोनों देशों में कई परिवारों की खुशियां लौट आई हैं। बता दें कि बुधवार को दोनों देशों ने एक दूसरे के कैदियों की अदला-बदली को लेकर बड़ा समझौता किया। इसके तहत रूस और यूक्रेन ने 175-175 कैदियों की अदला-बदली की। दोनों देशों के बीच तीन वर्ष पहले शुरू हुए युद्ध के बाद यह पहली बार है जब इन देशों ने इतनी बड़ी संख्या में कैदियों की अदला बदली की है।
समझौते पर क्या बोले यूक्रेनी राष्ट्रपति
यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की ने कहा, ‘‘हम सशस्त्र बलों, नौसेना, नेशनल गार्ड, प्रादेशिक रक्षा बलों आदि में सेवाएं देते हुए हमारी स्वतंत्रता के लिए लड़ाई लड़ने वाले सैनिकों, सार्जेंट और अधिकारियों को वापस ला रहे हैं।’’
यूक्रेनी नेता ने मंगलवार को कहा था कि सभी युद्धबंदियों और पकड़े गए नागरिकों को रिहा करना शांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा और इससे दोनों देशों के बीच विश्वास बहाली में मदद मिलेगी। उन्होंने कई बार सभी कैदियों की अदला-बदली की मांग की थी। यूक्रेन ने कैदियों की अदला-बदली के बारे में जानकारी दी है, जब अस्थायी संघर्ष विराम पर वार्ता जारी है।
अपनों से मिलकर खिल उठे चेहरे
दोनों युद्धरत देशों के बीच उत्तरी सीमा के निकट यह अदला-बदली होने के कुछ ही देर बाद कई परिवार यूक्रेन के चेर्नीहीव क्षेत्र के एक अस्पताल में पहुंच गए, जहां कैदियों को लाया जाना था। कुछ देर बाद कई बसें अस्पताल परिसर में आईं और उनमें से कमजोर और थके प्रतीत होते सैनिक वाहनों से बाहर निकले। वाहनों से निकलने के दौरान से इनके चेहरे अपने लोगों को परिसर में मौजूद देखकर खिल उठे। इससे पहले रूस के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को कहा था कि उसने गंभीर रूप से घायल 22 अतिरिक्त यूक्रेनी बंदियों को ‘‘सद्भावना के तौर पर’’ रिहा किया है। जेलेंस्की ने कहा कि उन्हें एक अलग वार्ता प्रक्रिया के माध्यम से वापस किया गया।
पुतिन ने निभाया ट्रंप से किया वादा
रूस-यूक्रेन के बीच कैदियों की अदला-बदली के पीछे अमेरिका का भी बड़ा रोल है। कहा जा रहा है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने अस्थायी संघर्ष विराम के बारे में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बातचीत के वक्त 23 कैदियों को रिहा करने का वादा किया था। संख्या में बदलाव के कारण पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की गई। युद्धबंदियों के उपचार के लिए यूक्रेन के समन्वय मुख्यालय के प्रेस कार्यालय के प्रमुख पेट्रो यात्सेंको ने कहा कि कैदियों के आदान-प्रदान के लिए व्यापक तैयारी की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा, ‘‘ये अदला-बदली अचानक होने वाली घटनाएं नहीं हैं। इनके लिए सावधानीपूर्वक योजना बनाने की जरूरत होती है।
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

 
                                                                                                                                             
                                                                                                                                             
                                                                                                                                             
                                             
                                             
                                             
                                             
                                             
                                             
                                             
                                             
                                            