महाराष्ट्र के पुणे में बड़ा हादसा- इंद्रायणी नदी पर बना 32 साल पुराना पुल ढहा 

महाराष्ट्र के पुणे जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। पुणे के मावल तहसील में रविवार दोपहर एक हादसा हो गया। पुणे में मौजूद इंद्रायणी नदी पर बना 32 साल पुराना लोहे का पैदल पुल ढहा गया।

Jun 16, 2025 - 15:19
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महाराष्ट्र के पुणे में बड़ा हादसा- इंद्रायणी नदी पर बना 32 साल पुराना पुल ढहा 
Major accident in Pune, Maharashtra - 32 year old bridge built on Indrayani river collapsed
  • चार लोगों की मौत, कई गंभीर रूप से घायल
  • हादसे के वक्त पुल पर मौजूद थे 100 से अधिक लोग 

महाराष्ट्र के पुणे जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। पुणे के मावल तहसील में रविवार दोपहर एक हादसा हो गया। पुणे में मौजूद इंद्रायणी नदी पर बना 32 साल पुराना लोहे का पैदल पुल ढहा गया। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई जबकि कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। प्रशासन के अनुसार यह पुल पहले से ही जर्जर स्थिति में था और उसे असुरक्षित घोषित किया जा चुका था। हादसे का मुख्य कारण वहा बड़ी संख्या में मौजूद लोगों का होना बताया जा रहा है। पर्यटक चेतावनी बोर्ड की अनदेखा कर लोग इस पुल पर चढ़ गए जिससे भीड़ का दबाव बढ़ा और पुल ढह गया।

पुलिस ने सोमवार को घटना स्थल पर तलाशी अभियान जारी रखा जबकि एनडीआरएफ ने अपना ऑपरेशन बंद कर दिया। एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन के अनुसार सभी लापता लोगों का पता चल चुका है इसलिए अब और खोज की जरूरत नहीं है।

घटना में घायल लोगों ने बताई वजह-

घटना में घायल हुए लोगों ने बताया कि पुल पर असामान्य भीड़ जमा हो गई थी। एक घायल व्यक्ति ने कहा कि सड़क जाम होने की वजह से दोनों ओर से लोग एक ही जगह पर आकर ठहर गए जिससे पुल का भार बढ़ गया और वह टूट गया। हादसे के वक्त पुल पर लगभग 100 से अधिक लोग मौजूद थे। यह इलाका पिकनिक और सैर-सपाटे के लिए लोकप्रिय माना जाता है।

घायल सुनील कुमार ने बताई आपबीती-

घायल सुनील कुमार ने बताया कि जब वह पुल पर थे तो उन्हें लगा कि पुल हिल रहा है और जब तक वह अपनी बहन को आगाह करते तब तक पुल टूट गया। उन्हें हादसे के चलते फ्रैक्चर हुआ है। वहीं एक अन्य घायल बादल ने बताया कि घटना के महज 15 मिनट में पुलिस और एनडीआरएफ मौके पर पहुंच गई। उन्हें पीठ और पैर में चोट आई है। उनका कहना था कि हादसा केवल इसीलिए हुआ क्योंकि बहुत अधिक लोग एक साथ पुल पर चढ़ गए थे।

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का बयान-

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना को लेकर कहा कि यह पुल पहले ही जिला प्रशासन द्वारा खतरनाक घोषित किया जा चुका था और वहां चेतावनी बोर्ड भी लगाए गए थे। उन्होंने बताया कि इस स्थान पर नए पुल के निर्माण के लिए ठेका दे दिया गया है और काम शुरू हो चुका है। फडणवीस ने यह भी स्पष्ट किया कि स्थानीय ग्रामीणों ने भी लोगों को सचेत करने के लिए चेतावनी बोर्ड लगाए थे लेकिन पर्यटकों ने उन्हें नजरअंदाज कर दिया।