Jagdeep Singh: भारतीय मूल के जगदीप सिंह की एक दिन की कमाई 48 करोड़ रुपए
दुनिया में जब भी सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले कर्मचारी की बात होगी तो भारतीय मूल के जगदीप सिंह का नाम सबसे पहले आएगा। क्वांटमस्केप के पूर्व संस्थापक और सीईओ, जगदीप सिंह की एक दिन की सैलरी करीब 48 करोड़ रुपये है।
 
                                    
दुनिया में जब भी सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले कर्मचारी की बात होगी तो भारतीय मूल के जगदीप सिंह का नाम सबसे पहले आएगा। क्वांटमस्केप के पूर्व संस्थापक और सीईओ, जगदीप सिंह की एक दिन की सैलरी करीब 48 करोड़ रुपये है। उनकी सालाना आय 17,500 करोड़ रुपये के आसपास है, जो कि कई बड़े व्यवसायों के कुल वार्षिक राजस्व से भी अधिक है। क्वांटमस्केप के शेयरधारकों ने सीईओ के लिए सालाना मुआवजे के पैकेज के रूप में 2.1 बिलियन डॉलर की मंजूरी दी। इस पैकेज में 2.3 बिलियन डॉलर कीमत के स्टॉक ऑप्शंस शामिल हैं। यही वजह है कि जगदीप सिंह की सैलरी करीब 17,500 करोड़ रुपए है। 
जानिए जगदीप सिंह के बारे में
जगदीप सिंह क्वांटमस्केप के संस्थापक हैं, जिसे उन्होंने 2010 में स्थापित किया था। यह कंपनी अगली पीढ़ी की सॉलिड स्टेट बैटरी विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करती है। यह बैटरी इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) की ऊर्जा दक्षता में महत्वपूर्ण सुधार करती है और चार्जिंग के समय को भी कम करती है।
DNA इंडिया के मुताबिक इस कार्य की तुलना इलेक्ट्रिक वाहनों की दुनिया में क्रांति से की जा रही है। इसने सिंह के नेतृत्व और दूरदर्शिता ने उन्हें वैश्विक पहचान दिलाई है। इस कंपनी के निवेशकों में फॉक्सवैगन और बिल गेट्स शामिल हैं। क्वांटमस्केप की स्थापना से पहले सिंह ने कई कंपनियों में विभिन्न प्रमुख भूमिकाओं में 10 वर्षों से अधिक समय तक काम किया।
शिक्षा और करियर
इकोनॉमिक टाइम्स के अनुसार, जगदीप सिंह ने स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से बी.टेक और कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय से एमबीए की डिग्री प्राप्त की है। उनके वेतन पैकेज में 19,000 करोड़ रुपये (लगभग 2.3 बिलियन डॉलर) के स्टॉक विकल्प भी शामिल थे। हालांकि, 16 फरवरी, 2024 को सिंह ने क्वांटमस्केप के सीईओ के पद से इस्तीफा दे दिया और कंपनी की बागडोर शिव शिवराम को सौंप दी।
स्टील्थ स्टार्टअप के सीईओ हैं जगदीप
पद से इस्तीफा देने के बावजूद, सिंह का सफर अभी भी जारी है। अब वह एक "स्टील्थ स्टार्टअप" के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) हैं और ऐसी नई तकनीकों पर काम कर रहे हैं, जो भविष्य में और भी बड़ी सफलताएं प्राप्त करने में मदद कर सकती हैं।                        
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

 
                                                                                                                                             
                                                                                                                                             
                                                                                                                                             
                                             
                                             
                                             
                                             
                                             
                                             
                                             
                                             
                                            