हबीबगंज पुलिस ने इस बार गुरुग्राम से एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है। जो खुद को सुप्रीम कोर्ट का जज बताकर एक लड़की से दोस्ती करने के लिए उसके बुजुर्ग पिता को फोन करके मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा था। पुलिस ने बताया कि आरोपी उमंग परिहार, पीड़ित बुजुर्ग की बेटी से दोस्ती करना चाहता था, दोस्ती करने से इंकार करने पर उसने बदला लेने के लिए इस तरीके को अपनाया। यह घटना दिसंबर 2024 से जून 2025 तक चली। जिसमें उमंग लगातार बुजुर्ग को रात में फोन करके बेफिजूल की बातें करता था।
पूर्व में साथ पढ़ चुके थे आरोपी और युवती
जानकारी के अनुसार, उमंग परिहार और पीड़िता की बेटी अलीगढ़ स्थित एम्बिशन्स फ्लाइंग क्लब में एक साथ पढ़ते थे। दोस्ती की पहल असफल होने पर उमंग ने युवती के पिता का नंबर प्राप्त किया और खुद को सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश बताकर उन्हें फोन करने लगा। आरोपी रात में फोन कर अनर्गल और परेशान करने वाली बातें करता था।
व्हाट्सऐप डीपी पर लगाई जज की तस्वीर
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी ने अपने व्हाट्सऐप प्रोफाइल पर एक सुप्रीम कोर्ट के जज की तस्वीर लगाकर खुद की पहचान छिपाई थी, जिससे उसे गंभीरता से लिया जाए और संदेह न हो। लगातार हो रही मानसिक प्रताड़ना के चलते बुजुर्ग ने अपने बेटे सौरभ को यह बात बताई, जिसने तत्काल पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस जांच में हुआ खुलासा, आरोपी गिरफ्तार
शिकायत के आधार पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया था और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपी को ट्रैक कर गुरुग्राम से गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी ने पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया। पुलिस ने बताया कि आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।