जबलपुर के गाज़ी नगर बस्ती में आग से अफरा तफरी, देखते ही देखते राख में तब्दील हुआ ट्रक
गर्मियों में मौसम की तपिश के साथ ही अग्निहादसों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है। मंगलवार की तड़के गोहलपुर थाना इलाके के गाज़ीनगर बस्ती में भीषण आग लगने से अफरा तफरी की स्थिति बन गई।
 
                                    जबलपुर- गर्मियों में मौसम की तपिश के साथ ही अग्निहादसों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है। मंगलवार की तड़के गोहलपुर थाना इलाके के गाज़ीनगर बस्ती में भीषण आग लगने से अफरा तफरी की स्थिति बन गई। आग की चपेट में आकर एक ट्रक बुरी तरह से जलकर खाक में तब्दील हो गया। आग की लपेटें गाजीनगर बस्ती को अपनी चपेट में ले पाती उसके पहले ही स्थानीय लोगों ने मुस्तैदी दिखाई और अपने स्तर पर आग बुझाने की कोशिशें शुरू कर दी। बहरहाल इस अग्नि हादसे में एक ट्रक पूरी तरह से जल गया है।
रिहायशी बस्ती में बना दिया कचरा घर -
गाज़ीनगर में रहने वाले स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर निगम की लापरवाही के चलते आए दिन इस तरह के अग्निहादसे इस इलाके में होते रहते हैं। लोगों का कहना है कि लेमा गार्डन से लगे ग़ाज़ीनगर के A और H ब्लॉक के पास नगर निगम के द्वारा कचरा घर बनाया गया है। कचरे में लगने वाली आग के चलते आए दिन बस्ती में आग के तांडव की संभावना बनी रहती है। लोगों का कहना है कि इसकी शिकायत कई बार अफसरों से की गई लेकिन उनकी कहीं भी कोई सुनवाई नहीं हो पाई।
शरारती तत्वों की हरकत का अंदेशा -
स्थानीय लोगों की सतर्कता और नगर निगम के फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर तत्काल आग पर काबू तो पा लिया लेकिन तब तक एक ट्रक राख में तब्दील हो गया। स्थानीय लोगों को अंदेशा है कि किसी शरारती तत्व ने कचरा घर में आग लगाई है जिसकी लपटें धीरे-धीरे इलाके की ओर बढ़ी और ट्रक को अपनी चपेट में ले लिया। स्थानीय लोगों ने पुलिस से पूरे मामले की जांच करने की भी मांग की है।
सैकड़ो की तादाद में बने हुए हैं कच्चे और झोपड़ी नुमा मकान -
गाज़ीनगर और लेमा गार्डन के आसपास सैकड़ो की तादाद में कच्चे और झोपड़ी नुमा मकान बने हुए हैं यहां रहने वाले लोगों को आए दिन अग्नि हादसों का डर सताता रहता है, इसके पहले हुए हादसों की चपेट में आ चुके परिवार अग्नि हादसों का ज़िक्र आते ही सहम जाते हैं। इसके पहले इसी इलाके में हुए अग्निकांडों में कई लोगों ने अपनी लाखों की गृहस्थी गवां दी है जिसके चलते ये परिवार गर्मियों के मौसम में डर के साए में जीने के लिए मजबूर हो जाते हैं।
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

 
                                                                                                                                             
                                                                                                                                             
                                                                                                                                             
                                             
                                             
                                             
                                             
                                             
                                             
                                             
                                             
                                            