पिता, बेटे और दामाद ने मिलकर शव के किए छह टुकड़े
बोरे में बंद लाश और उसके कई टुकड़े, धड अलग तो हाथ पैर और सिर के अलग-अलग टुकड़े मिलने से जबलपुर में सनसनी मच गई थी।

टैटू से खुला अंधे कत्ल का राज़
बोरे में बंद लाश और उसके कई टुकड़े, धड अलग तो हाथ पैर और सिर के अलग-अलग टुकड़े मिलने से जबलपुर में सनसनी मच गई थी। इस अंधे हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस की कई टीमों ने दिन रात एक किया। 24 घंटे के अंदर पुलिस ने इस अंधे हत्याकांड से पर्दा उठाने में कामयाबी हासिल कर ली। दरअसल जबलपुर के त्रिमूर्ति नगर के नंदन विहार इलाके के एक खाली प्लॉट में बोरे में बंद लाश के कई टुकड़े एक साथ मिले थे जिसके बाद पुलिस के सामने यह चुनौती थी कि आखिर शव के टुकड़े किसके थे। आसपास के कई सीसीटीवी खंगालने और शव के हाथ पर लिखा टैटू से पुलिस को आरोपियों तक पहुंचाने का रास्ता मिल गया।
जमीन विवाद को लेकर कई दिनों से चला आ रहा था विवाद-
पुलिस को पता चला कि मृतक कजरवारा का रहने वाला परम सिंह था जिसका पिछले कई दिनों से पड़ोस में रहने वाले राकेश कटारिया के परिवार से ज़मीनी विवाद चल रहा था, इसी विवाद के दौरान राकेश की पत्नी की घर के छत से गिरने से मौत हो गई थी, पत्नी की मौत के पीछे राकेश और उसका परिवार मृतक परम सिंह को जिम्मेदार मानने लगा। 11 मई को आरोपी राकेश कटारिया ने परम सिंह को बात करने के लिए गोहलपुर थाना इलाके के अपने नंदन विहार के घर पर बुलाया, इसी बातचीत के दौरान राकेश ने अपने बेटे सोहेल और दामाद राजवीर सिंह के साथ मिलकर पहले परम सिंह पर क्रिकेट के बैट से वार किया और उसके बाद बके से उसके शव के छह टुकड़े किए। इन सभी टुकड़ों को बोरे में बंद कर आरोपियों ने नंदन विहार के अपार्टमेंट से नीचे फेंक दिया। शव को बोरे में बंद कर ऊपर से नीचे फेंकने की घटना आसपास लगे सीसीटीवी में भी कैद हुई जिसके आधार पर पुलिस आरोपियों तक पहुंच पाई।